मोतिहारी पुलिस ने साइबर अपराध की रोकथाम के लिए निकाला जागरूकता मार्च
पूर्वी चंपारण,07 सितंबर(हि.स.)। जिला पुलिस कप्तान स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर मोतिहारी साइबर थाना पुलिस ने डीएसपी अभिनव पराशर के नेतृत्व में बढते साइबर अपराध की रोकथाम के लिए अनूठी पहल शुरूआत की है।यह पहल आम लोगो को जागरूक बनाकर इस डिजिटल युग में साइ
जागरूकता मार्च निकालते पुलिसकर्मी व नागरिक


पूर्वी चंपारण,07 सितंबर(हि.स.)। जिला पुलिस कप्तान स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर मोतिहारी साइबर थाना पुलिस ने डीएसपी अभिनव पराशर के नेतृत्व में बढते साइबर अपराध की रोकथाम के लिए अनूठी पहल शुरूआत की है।यह पहल आम लोगो को जागरूक बनाकर इस डिजिटल युग में साइबर अपराध से सुरक्षित रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

मोतिहारी साइबर थाना पुलिस ने इसकी शुरुआत रविवार को मोतिहारी पुलिस लाइन से गांधी चौक तक एक जागरूकता मार्च निकाल कर की है। मार्च में बड़ी संख्या पुलिसकर्मी व नागरिको ने हिस्सा लेकर लोगो को साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरूक किया।

इस दौरान बताया गया कि बदलते परिवेश में साइबर अपराधी रोज नये तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं,ऐसे में बिना जांच के किसी भी ऐप्स को डाउनलोड न करे।लोन लेने के लिए प्रमाणित बैंकों का ही चयन करे।कोई फोन काॅल पर खुद को सीबीआई, ईडी या पुलिस अधिकारी बताकर वीडियो कॉल करते हैं, और लोगों को झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देते हैं,तो तत्काल उस फोन काॅल को काट दे और बिना घबराहट के तुरंत इसकी सूचना साइबर थाना पुलिस को दे। इन दिनो साइबर अपराधी लोगो को लुभावनी योजनाओं का सहारा लेकर भी ठगी कर रहे है। मुफ्त बिजली,मुफ्त सोलर,बड़ी इनाम में जीत सहित कई लालच देकर संदिग्ध मैसेज के साथ लिंक भेजते है,जिस पर क्लिक करते ही आपकी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी चोरी हो सकती है।ऐसे में बिना जांच के ऐसे संदिग्ध मैसेज के किसी भी लिंक पर क्लिक ना करे।इस मौके पर मोतिहारी साइबर थाना के तेजतर्रार डीएसपी अभिनव पराशर ने हाल में ही मोतिहारी में पकड़े गए कई साइबर फ्राॅड गिरोह के नये तरकीबो के बारे में बताते हुए कहा कि साइबर सुरक्षा केवल पुलिस की जिम्मेदारी नहीं है,बल्कि यह हर नागरिक की सतर्कता पर निर्भर करती है।

उन्होंने लोगो को अपनी निजी और वित्तीय जानकारी जैसे ओटीपी, पिन और पासवर्ड किसी के साथ साझा न करने की अपील करते कहा कि अज्ञात नंबरों से आने वाली वीडियो या ऑडियो कॉल का जवाब देने से बचें और किसी भी संदिग्ध मैसेज या ईमेल पर तुरंत भरोसा न करें।अगर कोई व्यक्ति साइबर अपराध का शिकार हो जाता है तो वे तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करे या www.cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करे।

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हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार