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विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शोधार्थियों व शिक्षकों के लिए लाभदायक होगा : प्रो. नरसी राम बिश्नोई शिक्षा व आध्यात्मिक क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे दोनों संस्थानहिसार, 7 सितंबर (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय एवं जियो गीता रिसर्च इंस्टीट्यूट, गीता ज्ञान संस्थानम, कुरूक्षेत्र (जियो गीता) शिक्षा तथा अध्यात्म के क्षेत्र में मिलकर कार्य करेंगे। इस संबंध में दोनों संस्थानों ने एक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। गुजविप्रौवि की ओर से कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई और जियो गीता की ओर से अध्यक्ष डा. तरूण ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। गुजविप्रौवि के कुलसचिव डा. विजय कुमार, डीन इंटरनेशनल अफेयर्स प्रो. नमिता सिंह, गुरु जम्भेश्वर जी महाराज धार्मिक अध्ययन संस्थान के अध्यक्ष प्रो. किशना राम तथा सहायक प्रो. डॉ. रामसरुप ने गवाह के रूप में हस्ताक्षर किए। धार्मिक अध्ययन संकाय के अधिष्ठाता प्रो. एनके बिश्नोई भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने रविवार काे कहा कि यह एमओयू विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शोधार्थियों व शिक्षकों के लिए लाभदायक होगा। इस एमओयू के माध्यम से गुजविप्रौवि तथा जियो गीता के बीच सहयोग युवा विकास गतिविधियों के क्षेत्र में केंद्रित होगा। अध्यक्ष डॉ. तरुण ने कहा कि जियो गीता (भगवद गीता का वैश्विक प्रेरणा ज्ञान संगठन) की एक इकाई जियो गीता अनुसंधान संस्थान, गीता ज्ञान संस्थानम, कुरुक्षेत्र भारत में हजारों विद्यार्थियों को आध्यात्मिक, मूल्य और सांस्कृतिक शिक्षा प्रदान करने में लगा हुआ है।कुलसचिव डॉ. विजय कुमार ने कहा कि यह एमओयू दोनों संस्थानों के संसाधनों के अधिक प्रभावी उपयोग को बढ़ावा देगा और प्रत्येक को बेहतर अवसर प्रदान करेगा। दोनों संस्थान व्यावसायिक आधार पर दीर्घकालिक आधार पर अनुसंधान, विकास, शिक्षा, प्रशिक्षण और ज्ञान के प्रसार के क्षेत्रों में सहयोग और ध्यान केंद्रित करेंगे और जीवन कौशल मानसिक क्षमताओं के संवर्धन के लिए विधियों और तकनीकों को बढ़ावा देने में उच्च शिक्षा संस्थानों की भूमिका के महत्व को भी स्वीकार करेंगे।अंतरराष्ट्रीय मामलों की डीन प्रो. नमिता सिंह ने कहा कि दोनों संस्थान संबंधित हितों के क्षेत्र में संयुक्त अनुसंधान परियोजना सहित संयुक्त अनुसंधान गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इस अवसर पर धार्मिक अध्ययन संकाय के डीन प्रो. एनके बिश्नोई, ओडीएल केंद्र के निदेशक प्रो. खुजान सिंह व प्रो. अर्चना कपूर भी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर