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-गुडग़ांव व्यापार मंडल ने पत्रकार वार्ता करके दी अहम जानकारियां
गुरुग्राम, 7 सितंबर (हि.स.)। सदर बाजार में व्यापारियों/दुकानदारों के खिलाफ अदालत में झूठे दस्तावेज प्रस्तुत करके आदेश व निर्णय लेने वाले आरोपी जितेंद्र अग्रवाल व बसंत लाल अग्रवाल पर एफआईआर के बाद अदालती कार्रवाई जारी है। अदालत से आरोपियों की जमानत तक खारिज हो चुकी है। यह भी स्पष्ट हो गया है कि आरोपियों ने गैरकानूनी कार्य करके बाजार के दुकानदारों को मानसिक, आर्थिक कष्ट व नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि फर्जी कागजों के आधार पर जमीन हड़पने में किसी को व्यापार मंडल कामयाब नहीं होने देेगा।यह बात रविवार को यहां पत्रकार वार्ता में गुडग़ांव व्यापार मंडल (रजि.) के प्रधान रोशन लाल मंगला (पिंटू) ने कही। इस दौरान बाजार से उपप्रधान सुनील कथूरिया, महासचिव नरेश बंसल, गुडग़ांव व्यापार मंडल के कानूनी सलाहकार एडवोकेट अभय जैन, देवेंद्र जैन, अजय गोयल, राजकुमार आहुजा, तरसेम बंसल, अशोक आजाद समेत काफी दुकानदारों, व्यापारियों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए न्याय मांगा। प्रधान रोशन लाल मंगला (पिंटू) ने बताया कि आरोपियों के फर्जीवाड़े के खिलाफ अदालत में बाजार के बचाव में तीन वकीलों के पैनल एडवोकेट एस.एस. चौहान, एडवोकेट आर.एन. गुप्ता व एडवोकेट अभय जैन ने मजबूती से अपना पक्ष रखा। पीडि़त पक्ष की ओर से प्रस्तुत किए गए असल दस्तावेजों तथा आरोपियों द्वारा झूठे एवं फर्जी दस्तावेजों पर अदालत से आदेश लेने के मामले को अदालत ने गंभीरता से लिया। अदालत ने यह माना कि आरोपी जितेंद्र अग्रवाल फर्जी कागज बनाकर अदालत से कई बार अपने पक्ष में आदेश ले चुका है। रोशन लाल मंगला ने बताया कि आरोपी जितेंद्र अग्रवाल व बसंत लाल ने खसरा संख्या 3651/1306 में शामिल शिकायतकर्ता पक्ष की संपत्ति से संबंधित फर्जी/जाली पट्टानामा/लीज डीड तैयार किये। जबकि यह संपत्ति अशोक आजाद परिवार के नाम है। जितेंद्र अग्रवाल, योगिंद्र अग्रवाल व इनके चचेरे भाई बसंत लाल अग्रवाल, मुकेश जैन और महेंद्र जैन (दोनों पुत्र रवि दत्त जैन) द्वारा सदर बाजार गुरुग्राम के व्यापारियों/कारोबारियों से जबरन वसूली करने का काम किया। गुरुग्राम की विभिन्न अदालतों में विभिन्न मामले दायर करने के लिए फर्जी, धोखाधड़ी, अवैध, गैरकानूनी और जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया।गुडग़ांव व्यापार मंडल के कानूनी सलाहकार एडवोकेट अभय जैन ने बताया कि दोनों आरोपियों जितेंद्र अग्रवाल व बसंत लाल अग्रवाल ने अपने मैनेजर न्यू कालोनी निवासी बुधराम के माध्यम से मुकेश जैन, महेंद्र जैन और इंजीनियर साहिब मोहम्मद फारुख के खिलाफ केस दायर किए थे। दावा किया कि उनके पूर्वजों ने उन्हें यह संपत्ति किराए पर दी थी। यह पूरा मामला ठगी का है। पूर्व मेयर मधु आजाद के पति अशोक आजाद ने कहा कि जिस प्रॉपर्टी पर जितेंद्र अग्रवाल ने अपना दावा किया है, उसमें उनकी भी प्रॉपर्टी है। वर्ष 1932 से उनके दादा के नाम से उनकी प्रॉपर्टी थी। दादा से पिता के नाम आई और पिता से उन चार भाइयों में बंटी। अशोक आजाद ने कहा कि जितेंद्र अग्रवाल शातिराना तरीके से काम करता है। वह सीधे प्रॉपर्टी पर अपना हक नहीं जमाता, बल्कि अपने परिवार में ही किसी व्यक्ति के साथ विवाद का नाटक करके दूसरों की प्रॉपर्टी पर कब्जा करता है। देवेंद्र जैन ने कहा कि आरोपी अलग-अलग समय में केस डालकर अदालत को भी गुमराह करता रहा है। रविदास मंदिर सभा की ओर से प्रताप सिंह कदम ने कहा कि 100 साल से भी पुराना मंदिर है। आरोपियों द्वारा प्रॉपर्टी हड़पने के उद्देश्य से झूठे केस डाले गए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर