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फरीदाबाद, 7 सितंबर (हि.स.)। यमुना से सटे गांवों व कालोनियों में आई बाढ़ के मद्देनजऱ जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से राहत एवं बचाव कार्यों को और अधिक तेज कर दिया गया है। उपायुक्त विक्रम सिंह के नेतृत्व तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जयंत आहूजा के निर्देशों पर क्षेत्र में व्यापक स्वास्थ्य व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। 27 गांव अब तक सीधे तौर पर या आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं। प्रभावित, संवेदनशील क्षेत्रों में स्वास्थ्य जांच लगातार जारी है। अब तक प्रशासन द्वारा चिन्हित 27 बाढ़ प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार कार्यरत हैं। इनमें विशेष रूप से बसंतपुर, किडावली, लालपुर, महावतपुर, राजपुर कलां, तिलोरी खादर, अमीपुर, चिरसी, मंझावली, चंदपुर, मोठुका, अरुआ, छांयसा, मोहना, ददसिया, जसाना, कांवरा आदि गांव शामिल हैं, जहां जलभराव एवं बीमारियों की आशंका को देखते हुए प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा फिलहाल 40 मेडिकल टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय रूप से तैनात की गई हैं। ये टीमें घर-घर जाकर मेडिकल स्क्रीनिंग, दवाओं का वितरण, तथा स्वच्छता संबंधी परामर्श प्रदान कर रही हैं। गांव अरुआ एवं मोठुका में स्थापित शेल्टर होम्स में विशेष रूप से एनआईवी यूनिट्स को नियुक्त किया गया है, जो वहां रह रहे लोगों की 24&7 निगरानी कर रही हैं। प्रशासन द्वारा राजपुर कलां के सामुदायिक भवन, तथा ददसिया, जसाना, कांवरा गांवों में बारात घरों को सेफ होम के रूप में चिन्हित किया गया है। इन स्थानों पर भी स्वास्थ्य विभाग की टीमें नियमित रूप से सेवाएं प्रदान कर रही हैं। डिप्टी सीएमओ डॉ. राम भगत स्वयं प्रभावित गांवों में कैंपों का निरीक्षण कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर निगरानी बनाए हुए हैं। वहीं, डॉ. राजेश श्योकंद गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में मिनट-टू-मिनट एक्शन प्लान के अंतर्गत कार्य कर रहे हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराई जा सके। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के नागरिक किसी भी स्वास्थ्य समस्या की स्थिति में घबराएं नहीं। निकटतम मेडिकल टीम, आशा वर्कर या पंचायत प्रतिनिधियों से संपर्क कर तुरंत सहायता प्राप्त करें।
हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर