हिसार : गुरु जम्भेश्वर विवि में तकनीकी प्रशिक्षण कार्यशाला ‘स्किलस्टॉर्म क्यूब’ सम्पन्न
हिसार, 7 सितंबर (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट प्रकोष्ठ के अंतर्गत उद्भावना क्लब की तीन दिवसीय तकनीकी प्रशिक्षण कार्यशाला ‘स्किलस्टॉर्म क्यूब’ पीडीयूसीआईसी में सम्पन्न में हुई। इस कार्यक्रम मे
कार्यशाला में समन्वयकों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।


हिसार, 7 सितंबर (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट प्रकोष्ठ के अंतर्गत उद्भावना क्लब की तीन दिवसीय तकनीकी प्रशिक्षण कार्यशाला ‘स्किलस्टॉर्म क्यूब’ पीडीयूसीआईसी में सम्पन्न में हुई। इस कार्यक्रम में तीन विशिष्ट व्यावहारिक प्रशिक्षण ट्रैक- एडवांस्ड एक्सेल, कैनवा के साथ डिजिटल मार्केटिंग और एसक्यूएल-को तीन समानांतर बैचों में आयोजित किया गया।विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई नेे इस आयोजन के लिए अपने संदेश में कहा कि ऐसे प्रयास विद्यार्थियों की रोजगार क्षमता एवं व्यावहारिक ज्ञान को अत्याधिक बढ़ाते हैं। उन्होंने ‘स्किलस्टॉर्म क्यूब’ जैसे स्किलिंग कार्यक्रमों की सफलता को विश्वविद्यालय की हाल ही में आई एनआईआरएफ रैंकिंग से भी जोड़ा, जिसमें विश्वविद्यालय ने हरियाणा राज्य की सभी सरकारी वित्त पोषित विश्वविद्यालयों में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। कुलपति ने रविवार काे कहा कि तकनीकी कौशल विकास विश्वविद्यालय की शैक्षणिक और औद्योगिक उत्कृष्टता की यात्रा का एक आधार स्तंभ है।यह प्रशिक्षण आईईसीएस, हिसार के विशेषज्ञ रजत नागपाल और रमेश सोनी के सहयोग से आयोजित किया गया। कार्यशाला का समापन समारोह ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल के सेमिनार हॉल में हुआ। इसमें मुख्य अतिथि प्रो. ओपी सांगवान (अध्यक्ष, सीएसई विभाग), विशिष्ट अतिथि डॉ. मणिश्रेष्ठ (एचएसबी) तथा विशेष अतिथि पीयूष जैन (हेड, आईईसीएस) उपस्थित रहे। प्रो. ओपी सांगवान ने वर्तमान की डेटा-आधारित दुनिया में डाटाबेस प्रबंधन ज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. मणि श्रेष्ठ ने विद्यार्थियों से अपील की कि वे उद्योग में प्रासंगिक बने रहने के लिए अपने पेशेवर कौशलों का निरंतर उन्नयन करते रहें। पियूष जैन ने सभी विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे स्वयं को कौशलों से सुसज्जित करें।निदेशक (प्लेसमेंट) ने आईईसीएस के सभी प्रशिक्षकों को यह प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया तथा निदेशक (पीडीयूसीआईसी) मुकेश अरोड़ा का प्रशिक्षण सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आभार व्यक्त किया। डॉ. आदित्य वीर सिंह, सहायक निदेशक ने बताया कि इस कार्यक्रम का समन्वयन छवि, सक्षम, ऋद्धि एवं खुशी द्वारा किया गया, जिसमें बैच कोऑर्डिनेटर्स आरती, आशीष, मोहित, दिशा, अंकित, ओजस्वी एवं मयंक का विशेष सहयोग रहा। बैच कोऑर्डिनेटर्स और स्वयंसेवकों को उनके योगदान के लिए प्रशंसा-पत्र भी प्रदान किए गए। कार्यशाला में 180 विद्यार्थियों ने सक्रिय रूप से इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लिया। समारोह में समन्वयकों एवं स्वयंसेवकों को सम्मानित भी किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर