रक्तदान शिविर को लेकर टीएमसीपी के दो गुटों में खींचतान से गरमाई राजनीति
पूर्व मेदिनीपुर, 6 सितंबर (हि.स.)। नंदीग्राम में तृणमूल कांग्रेस में गुटबाज़ी एक बार फिर खुलकर सामने आई है। इस बार विवाद का केंद्र बना है एक रक्तदान शिविर। पूर्व मेदिनीपुर ज़िला तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) अध्यक्ष प्रसेनजीत दे ने नंदीग्राम के छात्र
रक्तदान शिविर को लेकर टीएमसीपी के दो गुटों में खींचतान से गरमाई राजनीति


पूर्व मेदिनीपुर, 6 सितंबर (हि.स.)। नंदीग्राम में तृणमूल कांग्रेस में गुटबाज़ी एक बार फिर खुलकर सामने आई है। इस बार विवाद का केंद्र बना है एक रक्तदान शिविर। पूर्व मेदिनीपुर ज़िला तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) अध्यक्ष प्रसेनजीत दे ने नंदीग्राम के छात्र नेता आसिफ इक़बाल के खिलाफ नंदीग्राम थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

मामला 9 सितंबर को नंदीग्राम सीतानंद कॉलेज के बाहर आयोजित होने वाले रक्तदान शिविर से जुड़ा है। इस शिविर के लिए कॉलेज गेट पर तृणमूल छात्र परिषद के बैनर लगाए गए थे। इसी को लेकर ज़िला अध्यक्ष प्रसेनजीत दे ने आरोप लगाया कि टीएमसीपी का नाम और लोगो इस्तेमाल कर चंदा वसूली की जा रही है।

प्रसेनजीत दे ने कहा, “नंदीग्राम सीतानंद कॉलेज के सामने तृणमूल छात्र परिषद के लोगो का इस्तेमाल कर वसूली हो रही थी। मैंने राज्य टीएमसीपी अध्यक्ष से चर्चा कर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।”

वहीं, जिस आसिफ इक़बाल के खिलाफ आरोप लगे हैं, उनके साथी और नंदीग्राम छात्र नेता शेख बुलेट ने सफाई देते हुए कहा, “हम हर साल पूर्व छात्रों की मदद से और स्थानीय नेतृत्व से चर्चा कर यह रक्तदान शिविर आयोजित करते हैं। इस बार भी वही किया गया है। अध्यक्ष ने किस वजह से शिकायत की, यह वही बेहतर बताएंगे।”

स्थानीय तृणमूल नेता और सीतानंद कॉलेज गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष अबु ताहेर ने इस विवाद को गुटबाज़ी मानने से इनकार किया और कहा,

“पूर्व छात्र-छात्राओं ने स्थानीय नेतृत्व से बात कर यह कार्यक्रम तय किया है। रक्तदान शिविर कॉलेज के बाहर हो रहा है, कॉलेज के भीतर नहीं। ज़िला अध्यक्ष राजनीति में अभी अनुभवहीन हैं, किसी के कहने पर उन्होंने यह आरोप लगाया है।”

हालांकि, विपक्षी छात्र संगठन एबीवीपी ने पूरे मामले पर तृणमूल को कटघरे में खड़ा किया है। एबीवीपी छात्र नेता सुजन भुइयां ने तंज कसते हुए कहा, “हम तो पहले से ही कहते आ रहे हैं कि सीतानंद कॉलेज में टीएमसीपी तोलाबाज़ी करती है। आज ज़िला अध्यक्ष ने खुद शिकायत की है। यह विवाद असल में उनकी वसूली के पैसे के बंटवारे को लेकर हुआ है।”

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय