Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
गुवाहाटी, 06 सितम्बर (हि.स.)। भारतीय संस्कृति की महान गुरु-शिष्य परंपरा को जीवित रखने के उद्देश्य से असम की अग्रणी सामाजिक-सांस्कृतिक संस्था प्रज्ञा ने इस वर्ष भी 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस पर राज्य के 25 जिलों में गुरुपूजन कार्यक्रमों का आयोजन किया।
शनिवार को प्रज्ञा के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इन कार्यक्रमों के तहत विभिन्न महाविद्यालयों, उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों, माध्यमिक विद्यालयों और प्राथमिक विद्यालयों में कुल 98 आयोजन किए गए। इसमें 1916 शिक्षकों का विद्यार्थियों द्वारा चरण वंदन और सम्मान किया गया। पूरे राज्य में दस हजार से अधिक लोग, जिनमें छात्र-छात्राएं भी शामिल थे, इन आयोजनों में सक्रिय रूप से जुड़े।
कार्यक्रमों की शुरुआत विद्यार्थियों द्वारा शिक्षकों के चरण धोने, आरती उतारने और पवित्र गुरुवंदना मंत्रोच्चारण से हुई। प्रत्येक स्थल पर समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों ने भारत के महान दार्शनिक और देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन-दर्शन तथा गुरु-शिष्य परंपरा के महत्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर कई शिक्षक भावुक हो उठे और ‘प्रज्ञा’ को धन्यवाद् देते हुए कहा कि संस्था द्वारा उठाया गया यह कदम समाज में गुरु-शिष्य परंपरा को पुनः जीवित करने का सराहनीय प्रयास है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश