ग्वालियरः डबल लॉक खाद वितरण केन्द्र में सुव्यवस्थित ढंग से खाद वितरण जारी
- शनिवार को लगभग 150 किसानों को उपलब्ध कराया गया खाद - डबल लॉक, सहकारी संस्थाओं एवं निजी दुकानों पर कुल 18363 मैट्रिक टन खाद उपलब्ध ग्वालियर, 06 सितम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में लक्ष्मीगंज मंडी में विपणन संघ द्वारा संचालित डबल लॉक
ग्वालियरः आरोन सोसायटी डबरा में किसानों को खाद का वितरण


- शनिवार को लगभग 150 किसानों को उपलब्ध कराया गया खाद

- डबल लॉक, सहकारी संस्थाओं एवं निजी दुकानों पर कुल 18363 मैट्रिक टन खाद उपलब्ध

ग्वालियर, 06 सितम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में लक्ष्मीगंज मंडी में विपणन संघ द्वारा संचालित डबल लॉक खाद वितरण केन्द्र पर सुव्यवस्थित ढंग से खाद वितरण जारी है। जिला प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में शनिवार को लगभग 150 किसानों को डीएपी, यूरिया व एनपीके का वितरण किया गया। यहाँ पर टोकन व्यवस्था लागू कर खाद का वितरण कराया जा रहा है। किसानों को जब सहजता से खाद मिला तो उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं जिला प्रशासन के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया। जिले में रासायनिक उर्वरक (खाद) की पर्याप्त उपलब्धता है। वर्तमान में जिले में 18 हजार 363 मैट्रिक टन रासायनिक खाद उपलब्ध है।

ज्ञात हो कि कलेक्टर रुचिका चौहान ने लक्ष्मीगंज मंडी में विपणन संघ द्वारा संचालित डबल लॉक खाद वितरण केन्द्र पर जिला प्रशासन के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। उन्होंने संयुक्त कलेक्टर अनिल बनवारिया को हर दिन प्रात: 9 बजे से दोपहर एक बजे तक, प्रभारी डिप्टी कलेक्टर अनिल राघव को दोपहर एक बजे से सायंकाल 6 बजे तक एवं नायब तहसीलदार रत्नेश शर्मा को प्रतिदिन प्रात: 9 बजे से सायंकाल 6 बजे तक लक्ष्मीगंज मंडी खाद वितरण केन्द्र पर उपस्थित रहकर खाद वितरण कराने की जिम्मेदारी सौंपी है।

इस केन्द्र पर किसानों के पीओएस मशीन पर फिंगर प्रिंट लेकर भुगतान करने के लिये अलग-अलग काउण्टर बनाए गए हैं। ऋण पुस्तिका में उल्लेखित भूमि रकबे एवं आधारकार्ड देखकर ही किसानों को खाद वितरित किया जा रहा है। इससे पात्र किसानों को ही खाद वितरण सुनिश्चित हुआ है। खाद वितरण में “पहले आओ-पहले पाओ” के सिद्धांत का पालन किया जा रहा है। साथ ही जिस दिन का टोकन है, उसी दिन खाद वितरण भी किया जा रहा है।

उपलब्ध खाद का ब्यौरा, अधिक उत्पादन के लिये एनपीके का उपयोग करने की अपील

कृषि उप संचालक आरबीएस जाटव ने बताया कि जिले में डबल लॉक, प्राथमिक सहकारी संस्थाओं एवं खाद की निजी दुकानों में कुल मिलाकर 18 हजार 363 मैट्रिक टन रासायनिक उर्वरक उपलब्ध है। जिसमें यूरिया 2694 मैट्रिक टन, डीएपी 3592 मैट्रिक टन, एमओपी 142 मैट्रिक टन, एनपीके 6168 मैट्रिक टन व एसएसपी 5767 मैट्रिक टन शामिल हैं। किसान भाईयों से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिये एनपीके रासायनिक उर्वरक उपयोग करने की अपील की गई है। इस उर्वरक में डीएपी की तुलना में ज्यादा पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में महती भूमिका निभाते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर