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मालदह, 06 सितंबर (हि. स.)। भाजपा सांसद खगेन मुर्मू ने पुलिस पर धक्का-मुक्की और मारपीट का आरोप लगाया है। उनका दावा है कि इस दौरान वह और उनकी पत्नी मंजी किस्कु घायल हुए। घटना के बाद धरना स्थल पर ही उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। फिलहाल हालत नाज़ुक होने के कारण उन्हें दिल्ली रेफर किया गया है।
पूरा विवाद उस घटना से जुड़ा है जिसमें तृणमूल के एक नेता पर पुलिस को बेल्ट से मारने का आरोप लगा था। आरोपित को गिरफ्तार करने के बजाय पुलिस ने उल्टे हमले के शिकार भाजपा कार्यकर्ता को ही पकड़ लिया। इसी अन्याय के खिलाफ सांसद खगेन मुर्मू करीब 20–21 घंटे तक धरने पर बैठे थे। इसी दौरान भाजपा की एक महिला कार्यकर्ता भी अस्वस्थ हो गई।
धरने के बीच बड़ी संख्या में पुलिस बल और रैपिड एक्शन फोर्स तैनात रहे। इस दौरान सांसद ने कहा कि आज भी थाना प्रभारी (आईसी) मिलने तक नहीं आए। एक महिला कार्यकर्ता बीमार पड़ी, लेकिन पुलिस ने हाल तक नहीं लिया। क्या यही कानून के रक्षक का आचरण है?
डॉक्टरों के मुताबिक, सांसद को हाई ब्लड प्रेशर, शुगर और चोट की समस्या है। भाजपा के कई विधायक और नेता लगातार उनके स्वास्थ्य की जानकारी ले रहे हैं। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी कई बार फोन कर उनका हाल जाना और चांचल थाने के आईसी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर चर्चा की है।
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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय