अमेरिका पर टैरिफ का असर : 88 डाक सेवाएं ठप, डाक यातायात 80% से ज्यादा घटा
जिनेवा, 06 सितंबर (हि.स.)। अमेरिका में नए टैरिफ लागू होने के बाद अंतरराष्ट्रीय डाक सेवाओं पर भारी असर पड़ा है। संयुक्त राष्ट्र की डाक सहयोग संस्था यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू) ने 6 सितम्बर को जानकारी दी कि 88 देशों के डाक ऑपरेटरों ने अमेरिका के ल
अमेरिका पर टैरिफ का असर : 88 डाक सेवाएं ठप, डाक यातायात 80% से ज्यादा घटा


जिनेवा, 06 सितंबर (हि.स.)। अमेरिका में नए टैरिफ लागू होने के बाद अंतरराष्ट्रीय डाक सेवाओं पर भारी असर पड़ा है। संयुक्त राष्ट्र की डाक सहयोग संस्था यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू) ने 6 सितम्बर को जानकारी दी कि 88 देशों के डाक ऑपरेटरों ने अमेरिका के लिए अपनी सेवाएं आंशिक या पूर्ण रूप से निलंबित कर दी हैं।

यूपीयू के मुताबिक 29 अगस्त से पहले के मुकाबले अमेरिका जाने वाले डाक यातायात में 81 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। संस्था के महानिदेशक मसाहिको मेटोकी ने कहा कि “हम एक तकनीकी समाधान पर तेजी से काम कर रहे हैं ताकि अमेरिका के लिए डाक यातायात को दोबारा सुचारू किया जा सके।”

अमेरिकी प्रशासन ने जुलाई के अंत में घोषणा की थी कि 29 अगस्त से छोटे पार्सलों पर दी जाने वाली 'कर छूट' समाप्त कर दिया जाएगा। इस फैसले के बाद ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इटली और जापान समेत कई देशों की डाक सेवाओं ने ऐलान किया कि वे अधिकांश अमेरिकी पार्सल स्वीकार नहीं करेंगी।

यूपीयू ने बताया कि जिन देशों ने सेवाएं रोकी हैं, उनमें जर्मनी की डॉयचे पोस्ट, ब्रिटेन की रॉयल मेल और बोस्निया-हर्जेगोविना की दो डाक एजेंसियां शामिल हैं।

स्विट्जरलैंड की राजधानी बर्न में स्थित यूपीयू की स्थापना 1874 में हुई थी और इसके 192 सदस्य देश हैं। यह संस्था अंतरराष्ट्रीय डाक आदान-प्रदान के नियम तय करती है और सेवाओं में सुधार के लिए सुझाव देती है।

--------------------

हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय