स्टॉक मार्केट में कमजोर शुरुआत के बाद सुग्स लॉयड के शेयरों पर लगा अपर सर्किट
नई दिल्ली, 5 सितंबर (हि.स.)। कंस्ट्रक्शन सेक्टर में काम करने वाली कंपनी सुग्स लॉयड के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में कमजोर एंट्री करने के बाद मजबूती दिखा कर अपने आईपीओ निवेशकों को खुश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 123 रुपये के भाव पर जारी किए ग
कमजोर लिस्टिंग के बाद सुग्स लॉयड पर लगा अपर सर्किट


नई दिल्ली, 5 सितंबर (हि.स.)। कंस्ट्रक्शन सेक्टर में काम करने वाली कंपनी सुग्स लॉयड के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में कमजोर एंट्री करने के बाद मजबूती दिखा कर अपने आईपीओ निवेशकों को खुश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 123 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे।

आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग 2.52 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ 119.90 रुपये के स्तर पर ही हुई। कमजोर लिस्टिंग के बाद खरीदारों ने लिवाली का जोर बना दिया, जिसके कारण थोड़ी देर में ही कंपनी के शेयर उछल कर 125.85 रुपये के अपर सर्किट लेवल पर आ गए। इस तरह पहले दिन के कारोबार में कंपनी की कमजोर शुरुआत के बावजूद आईपीओ निवेशकों को 2.32 प्रतिशत का फायदा हो गया।

सुग्स लॉयड का 85.66 करोड़ रुपये का आईपीओ 29 अगस्त से 2 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से एवरेज रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 3.23 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 2.03 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं, नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 5.30 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 2.12 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 69.64 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने पुराने कर्ज के बोझ को कम करने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 2.29 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 10.48 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 16.78 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 120 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 177.87 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी पर कर्ज में भी लगातार बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2022-23 के आखिर में कंपनी का कर्ज 8.36 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिर में बढ़ कर 18.57 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह वित्त वर्ष 2024-25 के आखिर में कंपनी का कर्ज उछल कर 74.83 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक