Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
गुरुग्राम, 4 सितंबर (हि.स.)। नेपाल मूल के गैंगस्टर जगत बहादुर (35) को गुरुग्राम पुलिस ने मुठभेड़ में घायलावस्था में गिरफ्तार किया। वह फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर भारत में घरेलू नौकरों से मिलकर मकान मालिकों को नशीला पदार्थ देकर चोरी करता था। पुलिस ने उसके पास से पिस्तौल, कारतूस और चोरी के उपकरण बरामद किए।
पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने गुरुवार को बताया कि आरोपित घरों के सदस्यों को नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर देता था और चोरी की वारदात को अंजाम देता था। खास बात यह है कि आरोपित नेपाल से भारत में चोरी करने बस से आता था। चोरी का सामान वह टैक्सी बुक करके नेपाल ले जाता था।पुलिस के अनुसार, तीन सितंबर बुधवार को अपराध शाखा सेक्टर-43 इंचार्ज नरेंद्र को विश्वसनीय सूत्रों से सूचना मिली कि नेपाल मूल का एक व्यक्ति विभिन्न संगीन वारदातों को अंजाम दे चुका है। वह किसी बड़ी अपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में वजीराबाद से ताऊ देवीलाल पार्क के पिछले रास्ते पर घूम रहा है। इस सूचना को निरीक्षक नरेंद्र ने उच्चाधिकारियों तक पहुंचाया। साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम व सेक्टर-53 थाना प्रबंधक को अवगत कराया। पुलिस जब आरोपी को पकड़ने पहुंची तो उसने पुलिस टीम पर गोली चला दी। पुलिस टीम द्वारा उसे आत्मसमर्पण की चेतावनी दी गई, लेकिन वह पुलिस टीम पर फायर करता रहा। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह गोली लगने से घायलावस्था में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम जगत बहादुर (35) निवासी टिकनपुर, जिला कैलाली (नेपाल) बताया। पुलिस थाना सेक्टर-53 में उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस टीम ने आरोपित के कब्जे से एक पिस्तौल, एक जिन्दा कारतूस, एक बैग, एक लोहा काटने का कट्टर, एक प्लास, एक पेचकश तथा घटनास्थल से छह खाली कारतूस बरामद किए हैं।
आरोपी जगत बहादुर नेपाल का रहने वाला है। वह अपना नाम बदलकर/फर्जी नाम से फेसबुक के माध्यम से नेपाल के ऐसे लोगों (लडक़े-लड़कियों) से दोस्ती करता था, जो भारत में किसी के घर में रहकर नौकरी कर रहे हों। उनसे दोस्ती करने के बाद वह बदले हुए फर्जी नाम से फर्जी आईडी बनाकर भारत आता था। फेसबुक पर बनाए गए दोस्त के साथ मिलकर मकान मालिक व उसके घरवालों को किसी पेय में नशीला पदार्थ मिलाकर उन्हें बेहोश कर देता और फिर चोरी करके वापस नेपाल चला जाता है। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी नेपाल से भारत बस से आता था। चोरी करने के बाद चोरी के सामान को टैक्सी में रखकर वापस नेपाल ले जाता। अगली बार फिर से नया फर्जी नाम और उसी नाम की फर्जी आईडी लेकर भारत आता और वारदात करके वापस नेपाल चला जाता है।
आरोपित ने पिछले साल अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर मुम्बई में भी इस प्रकार से करीब 20 लाख की चोरी करने की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस टीम द्वारा इसी साल 14 जुलाई को आरोपित की महिला साथी बबीता के साथ भारत से चोरी करके ले जाए गए सामान को बेचने के आरोप में काबू किया गया। उसे कैलाली नेपाल की जिला जेल में भेजा गया। आरोपी नौ अगस्त 2025 को नेपाल जेल से बाहर आया था। जेल से बाहर आते ही एक दिन बाद 11 अगस्त 2025 को वह भारत में अगली वारदात को अंजाम देने के लिए चल दिया। इससे पहले कि वह यहां और वारदात को अंजाम देता, उसे काबू कर लिया गया है।
-----
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर