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नई दिल्ली, 4 सितंबर (हि.स.)। दिल्ली नगर निगम में स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा ने यमुना के बढ़ते जलस्तर पर कहा है कि दिल्ली वासियों को घबराने की जरूरत नहीं है।
सत्या शर्मा ने सिविक सेंटर में ‘हिन्दुस्थान समाचार’ से बातचीत में कहा कि लोगों को चिंतित होने या घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि स्थिति नियंत्रण में है। दिल्ली सरकार एवं नगर निगम लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए कार्य कर रही है।
शर्मा ने कहा कि हर साल यमुना का उफान पर आना केवल प्राकृतिक कारणों का परिणाम नहीं है, बल्कि इसमें लापरवाहियां भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में तेजी से होते अवैध निर्माण, गंदे नालों का सीधे यमुना में गिरना और तटबंधों की समय पर मरम्मत न होना स्थिति को और खराब कर देते हैं।
उन्होंने कहा कि इस समस्या का हल केवल आपदा प्रबंधन तक सीमित नही है। इसमें जनता को भी अपना योगदान देने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि निगम राहत शिविरों में साफ पानी, भोजन, दवाइयों और बच्चों के लिए आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित कर रही है।
शर्मा ने कहा कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को सरकार सारी सुविधाएं देने की कोशिश कर रही है। सरकार अस्थायी राहत ही नहीं बल्कि स्थायी पुनर्वास की भी योजना बना रही है, ताकि हर साल लोग इस संकट से जूझने को मजबूर न हों।
शर्मा ने कहा कि सरकार और निगम का प्राथमिक लक्ष्य प्रभावित नागरिकों को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण उपलब्ध कराना है।
सत्य शर्मा ने विशेषज्ञों की राय लेकर यमुना किनारे ठोस जल प्रबंधन नीति बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि अभी ठोस कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले वर्षों में यह समस्या और भयावह रूप धारण कर सकती है। उन्होंने दिल्लीवासियों से भी अपील की कि वे यमुना को प्रदूषित न करें और इसके संरक्षण में अपना योगदान दें।
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हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी