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सोनीपत, 4 सितंबर (हि.स.)। सोनीपत
जिले की नौ ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन ने
ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। उपायुक्त सुशील सारवान ने कहा कि भविष्य में सोनीपत
पर्यटन के बड़े केंद्र के रूप में उभरेगा। लघु सचिवालय में गुरुवार को हुई सोसाइटी
फॉर द डेवलपमेंट एंड ब्यूटीफिकेशन ऑफ सोनीपत टाउन की बैठक में आठ एजेंडा पर चर्चा की
गई।
उपायुक्त
ने एडीसी लक्षित सरीन की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने के निर्देश दिए, जिसमें नगर
निगम आयुक्त, डीआईपीआरओ राकेश गौतम और सोसाइटी सदस्य सचिव राजेश खत्री शामिल रहेंगे।
यह कमेटी जिले के सभी ऐतिहासिक और पर्यटन स्थलों से संबंधित काॅफी टेबल बुक तैयार करवाएगी।
उन्होंने
स्पष्ट किया कि स्वर्णप्रस्थ संग्रहालय की चारदीवारी के भीतर दशहरे पर होने वाला रावण
दहन अब प्रतिबंधित रहेगा। सुरक्षा कारणों से यह आयोजन अन्य स्थान पर कराया जाएगा।
इसके
अलावा कामी रोड स्थित पांडव कुएं की भूमि से अवैध कब्जे हटवाने, चारदीवारी और प्रवेश
द्वार बनाने के निर्देश नगर निगम को दिए गए। इसी तरह सुंदर सावरी तालाब के सौंदर्यीकरण
का नक्शा तैयार कर काम करने को भी कहा गया। उपायुक्त ने बताया कि प्रत्येक ऐतिहासिक
स्थल के लिए एक अधिकारी और एक सोसाइटी सदस्य की टीम बनाई जाएगी, जो तय समय में कार्य
पूर्ण कराएगी। बैठक
में अतिरिक्त उपायुक्त लक्षित सरीन, संयुक्त आयुक्त नगर निगम मीतू धनखड़, तहसीलदार
जिवेंद्र, सदस्य सचिव राजेश खत्री, संयुक्त सचिव जसबीर खत्री, सलाहकार नरेश चंद गुप्ता,
श्रीमहंत राजेश स्वरुप जी महाराज, भारत सरकार से डॉ. सतींद्र कुमार, अनिल वर्मा, कृष्ण
कुमार सैनी, शिलेंद्र दहिया, विजय कुमार, देवेंद्र दहिया समेत अन्य सदस्य मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना