शिवपुरी व श्योपुर में चीतों को देखने के लिए उमडेंगे पर्यटक, कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट एवं फेस्टिवल 5 अक्टूबर से
कूनो में होगा कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट एवं फेस्टिवल के जरिए बढ़ेगा पर्यटन
कूनो में होगा कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट एवं फेस्टिवल के जरिए बढ़ेगा पर्यटन


शिवपुरी, 3 सितंबर (हि.स.)। मध्‍य प्रदेश के शिवपुरी जिले से लगे श्योपुर जिले के कूनो में कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट का द्वितीय संस्करण 5 अक्टूबर 2025 से श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान के समीप आयोजित होगा। इस आयोजन से आने वाले समय इस क्षेत्र में खासकर शिवपुरी और श्योपुर में पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा।

पर्यटन विभाग से जुड़े अधिकारियों ने बताया है कि कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट हमारे लिए वेलनेस और वन्यजीव पर्यटन का हब है। इन आयोजनों से न केवल देश-विदेश से पर्यटक आकर्षित होंगे बल्कि स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। इस क्षेत्र में चीतों की वापसी के ऐतिहासिक क्षण का साक्षी रहा कूनो राष्ट्रीय उद्यान अब इको-टूरिज्म और सांस्कृतिक धरोहर का संगम प्रस्तुत करने जा रहा है। यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण और सामुदायिक भागीदारी के साथ पर्यटन को नई पहचान देगा।

मध्य प्रदेश अब पर्यटकों को देने जा रहा है ऐसा सफर, जिसकी प्रतीक्षा लंबे समय से थी। जंगल की रोमांचक रातें, नदी और बैकवाटर्स की शांति, और आसमान को छूती साहसिक गतिविधियां, ये सब मिलकर जल्द शुरू करने जा रहे हैं पर्यटन का नया अध्याय। मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड, ईको-टूरिज्म और साहसिक पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य से इस वर्ष महत्वपूर्ण आयोजन का शुभारंभ करने जा रहा है। कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट का द्वितीय संस्करण 5 अक्टूबर 2025 से श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान के समीप आयोजित होगा।

इस मामले में अधिकारियों ने बताया कि भोपाल में पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी और अपर मुख्य सचिव पर्यटन, संस्कृति, गृह और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व तथा प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने मीडिया को इस कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट एंड फेस्टिवल के आयोजन की पूरी जानकारी साझा की है।

स्थानीय अधिकारियों ने बताया है कि कूनो जैसे फॉरेस्ट रिट्रीट केवल पर्यटन आयोजन नहीं हैं, बल्कि ये हमारे प्रदेश की प्राकृतिक धरोहर, सांस्कृतिक समृद्धि और पर्यावरण संरक्षण को एक साथ जोड़ने का प्रयास हैं। इन आयोजनों से न केवल देश-विदेश से पर्यटक आकर्षित होंगे बल्कि स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / रंजीत गुप्ता