उज्जैनः एसबीआई से 4.700 किलो सोना और 8 लाख रुपये नकदी चोरी वाले गिरोह को पुलिस ने दबोचा
उज्जैन,3 सितंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के उज्जैन में एसबीआई की महानंदानगर शाखा से 4.700 किलो सोना और 8 लाख रुपए नकदी चोरी वाले गिरोह को पुलिस ने दबोच लिया हैं। इस पूरे गिरोह का मास्टर माइंड बैंक में काम करने वाला आउटसोर्स कर्मचारी जय उर्फ जिशान था। बैं
बैंक अधिकारियों की लापरवाही ने सांसे उड़ा दी लोन के बदले सोना गिरवी रखने वाले ग्राहकों की


उज्जैन,3 सितंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के उज्जैन में एसबीआई की महानंदानगर शाखा से 4.700 किलो सोना और 8 लाख रुपए नकदी चोरी वाले गिरोह को पुलिस ने दबोच लिया हैं। इस पूरे गिरोह का मास्टर माइंड बैंक में काम करने वाला आउटसोर्स कर्मचारी जय उर्फ जिशान था। बैंक के कर्मचारियों की लापरवाही से ही जय के पास लॉकर की चाबियां आई थी। जिसके बाद उसने अपने साथी अब्दुल्ला, साहिल, अरबाज और कोहिनूर के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। बैंक अधिकारियों की लापरवाही के चलते सोना/आभूषण रखकर लोन लेनेवाले ग्राहकों की सांसे 24 घण्टे तक अटकी रही।

महानंदा नगर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा से गोल्ड लोन लॉकर खोलकर तकरीबन 5 करोड़ रुपए कीमत के सोने के आभूषण और 8 लाख रुपये नगद चोरी घटना का पुलिस ने बुधवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने बैंक में 6 माह पहले काम करने आए आउटसोर्स कर्मचारी जय भावसार उर्फ जिशान निवासी बिलोटीपुरा सहित कोहिनूर, साहिल, अरबाज और अब्दुल्ला सभी निवासी बिलोटीपुरा को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 4 किलो 700 ग्राम सोने के आभूषण और 8 लाख रुपए नगद बरामद कर लिए। पुलिस ने बुधवार को 5 आरोपियों को न्यायालय में पेश किया।

सोमवार-मंगलवार रात करीब 2.30 बजे जय और अब्दुल्ला सामने से दीवार फांदकर अंदर घुसे और गोल्ड लोन के 19 लॉकरों से 75 ग्राहकों का 4.700 किलो सोना और 8 लाख रुपए कैश चुरा लिए। जबकि अन्य बदमाश बैंक के आसपास खड़े होकर नजर रखे हुए थे। वारदात के बाद पांचों आरोपी दो बाइक पर सवार होकर दानीगेट स्थित एक होटल पहुंचे। जहां पांचों ने चोरी के माल का बंटवारा किया। इसके बाद चार आरोपी हाटपिपलिया चले गए। जबकि किसी को शंका न हो इसलिए जय उज्जैन में ही रूक कर दूसरे दिन बैंक पहुंच गया।

संदेह के बाद जय से हुई पूछताछशाखा प्रबंधक पायल माहेश्वरी ने गोल्ड लोन लॉकर खुले देखे। उन्हे चोरी की जानकारी मिली। उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी। माधवनगर थाना प्रभारी राकेश भारती ने बताया कि 16 अगस्त को शाखा में आग लगी थी, तभी से सीसीटीवी बंद थे। पुलिस ने बैंक के बाहर लगे कैमरों की फुटेज खंगाली तो जय बाइक पर साथियों के साथ जाता दिखा। संदेह होने पर पुलिस ने उससे सख्ती के साथ पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने पूरी घटना बताई। जिसके बाद पुलिस की दूसरी टीमों ने हाटपिपलिया से आरोपियों को पकड़ लिया।

लापरवाही पर गिरी निलंबन की गाजपुलिस का कहना है कि लॉकर खोलने के लिए बैंक अधिकारी आउटसोर्स कर्मचारी अक्सर जय को चाबियां दे देते थे। जिसका फायदा उठाकर उसने वारदात को अंजाम दिया। इस गंभीर लापरवाही के चलते एसबीआई की क्षेत्रीय प्रबंधक रचना सिंह ने ब्रांच मैनेजर पायल माहेश्वरी, सर्विस मैनेजर सुरेन्द्र कुमार माधव और केशियर अभिनव को निलंबित कर दिया।

यूट्यूब देखकर बदला धर्मपुलिस के अनुसार जय भावसार 8वीं तक पढ़ा है। बीएचएसके के माध्यम से 6 माह से वह आउटसोर्स कर्मचारी के रूप में बैंक में काम कर रहा था। कुछ साल पहले वह यूट्यूब पर एक वीडियो देखा और उसने अपना धर्म बदल लिया। उसने अपना नाम जय भावसार से जिशान कर लिया और अब्दूल्ला, साहिल, कोहिनूर,अरबाज के साथ रहने लगा।

इनका कहना है...एसपी प्रदीप शर्मा ने कहाकि बैंक अधिकारियों की लापरवाही से इतनी बड़ी वारादात हुई। हमारी टीम ने 24 घंटों के भीतर ही आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी का पूरा माल बरामद कर लिया। घटना के बाद जिले के सभी बैंक अधिकारियों को बैंकों में सुरक्षा व्यवस्था सख्त करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए उनकी बैठक भी मंगलवार शाम को ली।---------------

हिन्दुस्थान समाचार / ललित ज्‍वेल