नारनौल: हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय और नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र मिलकर करेंगे काम
नारनौल, 3 सितंबर (हि.स.)। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के मानविकी एवं समाज विज्ञान पीठ और नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र (नमो) के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए हैं। इस मौके पर असम के पूर्व राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी मौजूद
समझोता ज्ञापन के साथ मौजूद पूर्व राज्यपाल प्रो जगदीश मुखी व हकेंवि कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार।


नारनौल, 3 सितंबर (हि.स.)। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के मानविकी एवं समाज विज्ञान पीठ और नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र (नमो) के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए हैं। इस मौके पर असम के पूर्व राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी मौजूद रहे। प्रो. जगदीश मुखी ने समझौता ज्ञापन को अनुसंधान, नवाचार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान हेतु आवश्यक बताते हुए कहा कि दोनों संस्थाओं का साथ मिलकर युवाओं को प्रशिक्षित करना राष्ट्र निर्माण में बहुत ही उपयोगी सिद्ध होगा।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेशवर कुमार ने बुधवार को बताया कि यह एमओयू शिक्षण और विकास के नए आयामों को सामने लाने में सक्षम होगा। इससे राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 की तारतम्यता में शोध व नवाचार को विकसित किया जाएगा। संयुक्त शोध परियोजनाओं, विद्यार्थी-शिक्षक विनिमय और संसाधनों की साझेदारी का संचालन किया जाएगा। कुलपति ने कहा कि इससे कौशल आधारित कार्यक्रम को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के नए अवसरों का सृजन होगा। प्रो. टंकेशवर कुमार ने कहा कि इस समझौता ज्ञापन से संयुक्त रूप से संगोष्ठियों, कार्यशालाओं और सम्मेलनों को बढ़ावा मिलेगा।

नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र के अध्यक्ष प्रो. जसीम मोहम्मद ने बताया कि नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र राष्ट्र प्रथम के दृष्टिकोण के साथ कार्यरत है। नमो केंद्र राष्ट्र निर्माण और विकसित भारत का समर्थन करने वाले शैक्षणिक अनुसंधान एवं नीतिगत सोच को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रो. जसीम ने हकेवि के साथ बातचीत को सार्थक एवं दूरदर्शी बताते हुए इस सहयोग को प्रभावशाली शैक्षणिक अवसर पैदा करने वाला बताया। समझौता ज्ञापन के अवसर पर मानविकी एवं समाज विज्ञान पीठ की अधिष्ठाता प्रो. पायल कंवर चंदेल, कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार भी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / श्याम सुंदर शुक्ला