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सोनीपत, 3 सितंबर (हि.स.)। यमुना
नदी का जलस्तर हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण लगातार बढ़ रहा है, जिससे
निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। राहत कार्यों को मजबूती
देने के लिए राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान (निफ्टम) कुण्डली
ने मानवीय पहल करते हुए जिला प्रशासन को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई है।
निफ्टम
के निदेशक डॉ. हरिंद्र सिंह ओबराय ने उपायुक्त सुशील सारवान से बुधवार को मुलाकात कर
संस्थान द्वारा स्वयं तैयार किए गए 300 खाद्य पैकेट भेंट किए। इन पैकेट्स में बेसन
के लड्डू, जूस, केक और स्नैक्स जैसी पोषणयुक्त सामग्री शामिल है, ताकि प्रभावित परिवारों
को संतुलित आहार मिल सके और उनका स्वास्थ्य सुरक्षित रहे। उपायुक्त ने निफ्टम की इस
पहल की सराहना करते हुए कहा कि संकट की घड़ी में समाज और प्रशासन की साझेदारी ही वास्तविक
राहत का आधार है।
उन्होंने निर्देश दिए कि यह सामग्री तुरंत नायब तहसीलदार राई के कार्यालय
में भिजवाकर प्रभावित लोगों तक पहुंचाई जाए। डॉ.
ओबराय ने कहा कि निफ्टम केवल शैक्षणिक कार्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी
निभाने के लिए भी प्रतिबद्ध है। जरूरत पड़ने पर संस्थान और अधिक राहत सामग्री तैयार
करेगा। प्रशासन ने आश्वस्त किया कि यमुना किनारे बसे गांवों में लगातार बचाव और राहत
कार्य किए जा रहे हैं। हर प्रभावित परिवार तक समय पर सहायता पहुंचाना प्राथमिकता है।
निफ्टम की यह पहल सामुदायिक सहयोग का उत्कृष्ट उदाहरण बनी है, जो यह संदेश देती है
कि संकट की घड़ी में समाज का हर वर्ग एक-दूसरे के साथ खड़ा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना