सुरक्षा, समयपालनता और गतिशीलता को बनाएं प्राथमिकता: जीएम
--महाप्रबंधक ने झांसी मंडल का किया निरीक्षण, दिए सख्त निर्देश --रेल कोच नवीनीकरण कारखाना, कोच मिडलाइफ रिहैबिलिटेशन सेंटर और कोच केयर सेंटर भी देखा झांसी, 03 सितम्बर (हि.स.)। उत्तर मध्य रेलवे के नवनियुक्त महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने पदभार ग्रहण करने
निरीक्षण करते महाप्रबंधक


--महाप्रबंधक ने झांसी मंडल का किया निरीक्षण, दिए सख्त निर्देश

--रेल कोच नवीनीकरण कारखाना, कोच मिडलाइफ रिहैबिलिटेशन सेंटर और कोच केयर सेंटर भी देखा

झांसी, 03 सितम्बर (हि.स.)। उत्तर मध्य रेलवे के नवनियुक्त महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने पदभार ग्रहण करने के उपरांत झांसी मंडल का प्रथम दौरा किया। इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने महाप्रबंधक का स्वागत किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्री कोचों की देखभाल में उच्चतम गुणवत्ता बनाए रखते हुए यात्री सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। साथ ही टीआरडी (डिपो) का भी निरीक्षण किया। यहां महाप्रबंधक द्वारा एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत वृक्षारोपण किया गया।

इसके पश्चात उन्होंने द्वारा रेल कोच नवीनीकरण कारखाना (RCNK) का दौरा किया। महाप्रबंधक ने यहां कोचों के नवीनीकरण से संबंधित विभिन्न चरणों की समीक्षा की और उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीक के उपयोग पर बल दिया। उन्होंने वंदे भारत ट्रेनों के रख-रखाव पर विशेष ध्यान देने और गुणवत्ता बनाए रखने पर जोर दिया। इस दौरान महाप्रबंधक कोच मिडलाइफ रिहैबिलिटेशन वर्कशॉप भी पहुंचे। उन्होंने कोचों के पुनर्वास एवं उन्नयन से जुड़े कार्यों का गहन निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोचों की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों में निरंतर सुधार सुनिश्चित किया जाए, ताकि यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा अनुभव मिल सके।

यूनियन और एसोसिएशन के पदाधिकारियों से मिले और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में सभी विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक मे उन्होंने झांसी मंडल में चल रहे विकास एवं आधुनिकीकरण कार्यों की विस्तृत समीक्षा की और कार्य की गति एवं गुणवत्ता में और सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कैटल रनओवर और अलार्म चेन पुलिंग के मामलों में कमी लाने पर जोर दिया। मंडल रेल चिकित्सालय को ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट रिपोर्ट को एक दिन में तैयार करने का निर्देश दिया। ग्वालियर स्टेशन तथा वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन के पुनर्विकास तथा अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चल रहे निर्माण कार्यों की भी जानकारी ली।

समीक्षा बैठक में अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रा) प्रेम प्रकाश शर्मा, अपर मंडल रेल प्रबंधक परिचालन नंदीश शुक्ल, सीपीएम एसके गुप्ता समेत सभी विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। अंत में महाप्रबंधक ने झांसी मंडल के प्रयासों की सराहना करते हुए रेलवे सेवाओं को और अधिक आधुनिक एवं सुदृढ़ बनाने के लिए सभी को मिलकर कार्य करने का आह्वान किया। महाप्रबंधक द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन और सराहनीय कार्य के लिए रेल कोच नवीनीकरण कारखाना को 1 लाख रुपए, सीएमएलआर वर्कशॉप को 50 हजार रुपए, कोच केयर सेंटर को 25 हजार रुपए और टीआरडी (डिपो) को 10 हजार रुपए की धनराशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान करने की घोषणा की गई। महाप्रबंधक के निरीक्षण के दौरान मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा, मुख्य कारखाना इंजीनियर रजनीश बंसल, मुख्य कारखाना प्रबंधक, रेल कोच नवीनीकरण कारखाना अतुल कन्नौजिया, मुख्य कारखाना प्रबंधक सीएमएलआर बृजेश कुमार पांडेय समेत सभी संबंधित अधिकारी और स्टाफ मौजूद रहे।

--साहब मिलना नहीं चाहते, फिर मिलेंगे

महाप्रबंधक से रुबरु होकर झांसी के इलैक्ट्रोनिक, प्रिंट मीडिया व न्यूज़ एजेंसी के प्रतिनिधि झांसी मंडल में रेल के विकास व योजनाएं आदि सहित कर्मचारियों व जनता से जुड़ी समस्याओं, व्यवस्थाओं, नियमों के विपरीत किए जा रहे कार्यों के बारे में चर्चा करना चाहते थे। मुद्दों का पिटारा लिए पत्रकार मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में महाप्रबंधक से मिलने दोपहर 12 बजे पहुंचे और उनके आगमन का इंतजार करते रहे। महाप्रबंधक आए और सीधे सभागार में बैठक करने पहुंच गए। उन्होंने मीडिया से रू-ब-रू होने की जरूरत ही महसूस नहीं की। इसके बाद सायं फिर से पत्रकारों की टीम डीआरएम कार्यालय पहुंच गयी ताकि मीटिंग के बाद उनसे भेंट वार्ता की जा सके। काफी इंतजार के बाद जीएम मीटिंग कर सभागार से निकले और मीडिया से बचते हुए डीआरएम के चैम्बर में प्रवेश कर गये। इसके बाद उन्हें पीआरओ के माध्यम से खबर पहुंचाई की मीडिया मिलना चाहती है। पीआरओ ने बाहर निकल कर बताया कि साहब मिलना नहीं चाहते क्यों का जवाब था किफिर आएंगे तब मिलेंगे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया