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धर्मशाला, 03 सितंबर (हि.स.)। उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा कृषि विभाग के माध्यम से चलाई जा रही हिमकृषि योजना एक ऐसी योजना है जिसमें किसानों की कृषि से सम्बंधित उन समस्याओं का भी हल किया जायेगा जिनके लिए कृषि विभाग की अन्य योजनाओं में प्रावधान नहीं है।
उन्होंने यह जानकारी बुधवार को आयोजित हिमकृषि योजना से संबंधित एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उपायुक्त ने बताया कि हिमकृषि योजना के अंतर्गत जिला कांगड़ा के प्रत्येक विकास में लगभग 40 बीघा क्षेत्रफल के 2-3 क्लस्टर चयनित किये गए हैं।
उन्होंने कहा कि इस योजना के दिशा निर्देशों के अनुसार हिमकृषि योजना के अंतर्गत जिला कांगड़ा में 37 क्लस्टर चयनित किये गए हैं जिनमें किसानों की आवश्यकता के अनुसार बीज, कृषि उपकरण इत्यादि उपलब्ध करवाए जायेंगे ताकि उस क्लस्टर में फसल विविधीकरण मुख्यता सब्जियों की खेती को बढ़ावा दिया जाये जिससे कि किसानों की आय में बढ़ोतरी हो सके इस प्रकार हिमकृषि योजना के अंतर्गत जिला कांगड़ा में इस वर्ष 235.44 लाख रूपये खर्च करने के लिए वार्षिक कार्य योजना अनुमोदित की गई है।
उपायुक्त ने कहा कि इस योजना के तहत जो भी कार्य किये जायेंगे उनकी रुपरेखा क्लस्टर स्तर की कमेटी द्वारा बनाई गई है जिसमे कृषि प्रसार अधिकारियों के साथ-साथ उस क्लस्टर के किसान भी सदस्य हैं, इसलिए क्लस्टर कमेटी के सदस्य उस क्षेत्र के किसानों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हुए कृषि कार्यों की रुपरेखा तैयार करें इसमें क्लस्टर स्तर की कमेटियों द्वारा यह प्रयास किया जाना चाहिए कि युवा किसानों को खेती से और अधिक रोजगार के अवसर प्राप्त करने का मौका मिले।
हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया