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--मौदहा बांध, बंजर नाला, रास्ता, वन विभाग, बीहड़ आदि सरकारी भूमि के गाटों की करा लिया फसल बीमा
हमीरपुर, 03 सितम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में बुधवार को फर्जी तरीके से फसल बीमा योजना का पंजीयन कराकर अनुचित लाभ लेने का किसानों ने प्रयास किया। इस मामले में जिलाधिकारी घनश्याम मीना के निर्देश पर अधिकारियों ने जांच कर 10 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
तहसील राठ के ग्राम रौरो व तहसील सरीला के ग्राम देवखरी, ममना, इस्लामपुर व धौहल बुजुर्ग में फर्जी तरीके से फसल बीमा योजना का पंजीयन कराकर अनुचित लाभ प्राप्त करने का प्रयास किया गया। प्रारम्भिक रिपोर्ट में उक्त तथ्यों की पुष्टि हुई है। इसमें पाया गया कि देवनारायण व भवानीदीन पुत्र ईश्वरदास जो बीमित कृषकों की सूची में निवासी मुस्करा खुर्द अंकित है व कौशल पुत्र टुटियां जो निवासी बरुआ अंकित है व अवधेश पुत्र विश्वनाथ निवासी जराखर अंकित है व दीपक सिंह पुत्र वीर पाल निवासी नौरंगा अंकित है। वीरेंद्र पुत्र केशचन्द्र व मनकेश पुत्र वीरेंद्र निवासी बरहरा तहसील सरीला अंकित है। वीर सिंह पुत्र धनश्याम व राजेंद्र सिंह पुत्र वीर सिंह ग्राम मुस्करा खुर्द निवासी अंकित है। इन लोगों ने मौदहा बांध, बंजर, नाला, रास्ता, वन विभाग, बीहड़ इत्यादि सरकारी भूमि के गाटों का फसल बीमा कराया है।
आरोपितों ने उपरोक्त ग्रामों के राजस्व अभिलेखों की जाल साजी कर अपनी भूमि बटाई/बलकट देने के फर्जी शपथ पत्र तैयार कर गिरोहबंद तरीके से फसल बीमा योजना का दुरुप्रयोग कर लाभ प्राप्त किए जाने का प्रयास किया है। जाल साजी के इस फर्जी बाड़े में कुछ जनसेवा केंद्र संचालकों की भूमिका भी हो सकती है। इस मामले में राठ कोतवाली में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 318 (4) व 338 व 336 (3) में 10 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम अभिमन्यु कुमार, एसडीएम न्यायिक विकास यादव ने प्रकरण की जांच कर एसओसी चकबंदी पैगाम हैदर के माध्यम से कार्यवाही की है। एसओसी चकबंदी पैगाम हैदर ने बताया कि फसल बीमा योजना में फर्जीबाड़ा करने वाले दस किसानों के खिलाफ कोतवाली राठ में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा