रुद्रप्रयाग जिले में हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री पहुंचाना फिर शुरू
देहरादून, 3 सितंबर (हि.स.)। आज मौसम में सुधार होते ही रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने प्रभावितों तक राहत सामग्री पहुंचानी शुरू कर दी है। जनपद में लगातार हो रही अतिवृष्टि के कारण आई आपदा जैसी स्थिति में जिला प्रशासन की आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार
हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री पहुंचाती टीम।


देहरादून, 3 सितंबर (हि.स.)। आज मौसम में सुधार होते ही रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने प्रभावितों तक राहत सामग्री पहुंचानी शुरू कर दी है। जनपद में लगातार हो रही अतिवृष्टि के कारण आई आपदा जैसी स्थिति में जिला प्रशासन की आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य, पेयजल आपूर्ति एवं स्वास्थ्य सेवाएं लगातार जारी हैं। ग्रामीणों की प्रत्येक समस्या का समाधान प्राथमिकता से किया जा रहा है।

ग्राम पंचायत स्यूर के स्यूर, बकोला और बरसाल तोक के आपदा प्रभावित 60 परिवारों को उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, पूर्ति निरीक्षक और ग्राम प्रधान माहेश्वरी नेगी की उपस्थिति में राशन किट एवं 5 सोलर लाइटें वितरित की गई। साथ ही ग्राम वासियों की आकस्मिकता के लिए की गई मांग पर ग्राम प्रधान को 2 बड़े टेंट भी उपलब्ध करवाए गए। तालजामण ग्राम के थपौनी तोक में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पीवीसी पाइप पहुँचाए जा रहे हैं। वहीं खाट-किमाणा क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी गई है। इसके साथ ही सुमाड़ी जल योजना का कार्य प्रगति पर है।

आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लगातार चिकित्सा शिविर लगाए जा रहे हैं और स्वास्थ्य परीक्षण के लिए चिकित्सकों की टीमें तैनात हैं। प्रशासन की सक्रियता से दूरस्थ व दुर्गम क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रूप से पहुंचाई जा रही हैं। आपदा के बीच आज दो सुरक्षित प्रसव कराए गए। रुद्रपुर जिले

के ग्राम उछोला, जखोली में संगीता पत्नी कुशल सिंह ने कन्या शिशु को जन्म दिया। यह प्रसव घर पर एएनएम बीना नेगी, सीएचओ दामिनी सजवान, दाई गोथियारी देवी एवं आशा कार्यकर्ता दीपा की देखरेख में हुआ। वहीं ग्राम खोड़-डांगी (बक्सीर क्षेत्र), जखोली में 26 वर्षीय नीता देवी पत्नी बीरपाल सिंह का प्रसव भी सुरक्षित रूप से कराया गया। इस प्रसव के लिए प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. खुशपाल के नेतृत्व में चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने बारिश के बीच जंगल से होते हुए लगभग 6-7 किलोमीटर पैदल यात्रा कर बक्सीर गांव पहुंची। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। सुरक्षित प्रसव होने पर परिजनों व ग्रामीणों ने मेडिकल टीम एवं जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग का आभार व्यक्त किया। जिला प्रशासन आपदा प्रभावित परिवारों तक राहत, स्वास्थ्य व आवश्यक सुविधाएं लगातार पहुँचा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल