बुनियाद शक्तिशाली तो शिक्षा सार्थक : वरुण मिश्रा
-शिक्षक शिक्षण पर ध्यान दें जिससे बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले -प्राथमिक विद्यालयों के कुल 452 शिक्षक व शिक्षामित्रों ने लिया प्रशिक्षण प्रयागराज, 03 सितम्बर (हि.स.)। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और निपुण भारत मिशन के लक्ष्यो
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-शिक्षक शिक्षण पर ध्यान दें जिससे बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले

-प्राथमिक विद्यालयों के कुल 452 शिक्षक व शिक्षामित्रों ने लिया प्रशिक्षण

प्रयागराज, 03 सितम्बर (हि.स.)। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों को प्राप्त करना एवं बच्चों में मजबूत शैक्षिक नींव रखना है। ताकि “बुनियाद शक्तिशाली तो शिक्षा सार्थक“ का संदेश साकार हो सके। क्योंकि देश के भविष्य को गढ़ने में शिक्षकों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है।

यह बातें बुधवार को उरूवा के खंड शिक्षा अधिकारी वरुण मिश्रा ने बीआरसी उरुवा के सभागार में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को मजबूत करने के लिए एफएलएन तथा एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तकों पर आधारित भाषा एवं गणित विषय के पांच दिवसीय “फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरसी“ प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर कही।

इस अवसर पर पूर्व सीनियर एआरपी एवं प्रशिक्षण सन्दर्भदाता राजेश मिश्रा ने कहा कि हमारे शिक्षकों ने इस प्रशिक्षण को पूरी तन्मयता से किया है और यह प्रशिक्षण शिक्षकों को बच्चों की सीखने की प्रक्रिया को अधिक रोचक और प्रभावी बनाने में मदद करेगा। यह प्रशिक्षण एनसीआरटी की पाठ्य पुस्तकों पर आधारित है। इसका उद्देश्य शिक्षकों को खेल-खेल में पढ़ने के तरीके से अवगत कराना है।

एआरपी अजीत मिश्रा ने कहा कि हमारे जो भी शिक्षकों ने पूर्ण मनोयोग से प्रशिक्षण प्राप्त किया है, उसे बच्चों तक पहुंचाएं। प्रशिक्षण में बुनियादी शिक्षा की महत्ता पर विशेष ध्यानाकर्षित किया गया। कक्षा तीन में एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तकों के लागू होने के बाद ब्लॉक के बच्चों में भाषाई प्रवीणता, गणितीय दक्षता एवं अंग्रेजी भाषा में निपुणता प्राप्त करने में सहजता होगी। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में उरुवा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालयों के कुल 452 शिक्षक व शिक्षामित्रों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।

शिक्षकों को प्रशिक्षण संदर्भदता के रूप में पूर्व सीनियर एआरपी उरुवा राजेश मिश्रा, प्रीतम दास, एआरपी उरुवा अजीत मिश्रा, रामानंद शुक्ला, पुष्पेंद्र शुक्ला तथा जगदीश मिश्रा द्वारा पांच दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया। उक्त प्रशिक्षण में रंजीत यादव, सरस्वती द्विवेदी, रुक्मिणी पांडेय, गुड़िया देवी, नाजमा खातून, शशिकांता सैनी, रमाकांत सिंह, शालिनी अग्रवाल, राजेश्वरी सिंह, सुनील कुमार, अर्जुन सिंह व कमलेश कुमार कोल आदि शिक्षक उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र