भू-धसाव की चपेट में रैंतोली-जवाड़ी बाईपास, 200 मीटर हिस्सा खिसका
-कई जगहाे पर आधा से तीन फीट तक धंस चुकी सड़क -जल्द सुरक्षा नहीं होने से बढ़ सकती हैं मुश्किलें -विधायक ने किया बाईपास का निरीक्षण केंद्रीय मंत्री गडकरी को भेजा पत्र रुद्रप्रयाग, 3 सितंबर (हि.स.)। ऋषिकेश-बदरीनाथ और रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमा
भू-धसाव की चपेट में रैंतोली-जवाड़ी बाईपास, 200 मीटर हिस्सा खिसका


-कई जगहाे पर आधा से तीन फीट तक धंस चुकी सड़क

-जल्द सुरक्षा नहीं होने से बढ़ सकती हैं मुश्किलें

-विधायक ने किया बाईपास का निरीक्षण

केंद्रीय मंत्री गडकरी को भेजा पत्र

रुद्रप्रयाग, 3 सितंबर (हि.स.)। ऋषिकेश-बदरीनाथ और रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग को जोडऩे वाला रैंतोली-जवाड़ी बाईपास भूधंसाव की चपेट में आ गया है। यहां, कई जगहों पर गहरी दरारें पड़ गई हैं, जो निरंतर बढ़ रही हैं। यहां कई जगहों पर आधा फीट से दो फीट तक दरारें पड़ गई हैं। वहीं, एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है।

इधर, विधायक भरत सिंह चौधरी ने बाईपास का स्थलीय निरीक्षण किया है। उन्होंने बाईपास के स्थायी ट्रीटमेंट के लिए केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी और केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा को पत्र भेजा है। पिछले बीस दिनों से बाईपास भूधंसाव की चपेट में है। यहां प्राकृतिक जलस्रोत से सड़क धंस रही है। यहां पर सड़क आधा से ढाई फीट तक धंसी हुई हैं। वहीं, इको पार्क के समीप सड़क तीन फीट तक धंस चुकी है, जिसे समतल करने के लिए एनएच ने पत्थर व मिट्टी बिछाई हुई है।

बाईपास का लगभग दो सौ मीटर हिस्सा धंस रहा है, जो कभी भी बड़ी समस्या बन सकता है। अगर, इस प्रभावित हिससे की स्थायी मरम्मत नहीं की गई, तो आने वाले दिनों में ऑलवेदर रोड परियोजना के तहत निर्मित 900 मीटर सुरंग का महत्व भी शून्य हो जाएगा। क्योंकि यात्राकाल में इसी बाईपास से वाहन सुरंग के रास्ते बदरीनाथ हाईवे तक पहुंचेंगे। वहीं, जनपद चमोली से आने वाले वाहन भी सुरंग के सहारे बाईपास होकर श्रीनगर, पौड़ी के लिए भेजे जाने की योजना है। लेकिन, मौजूदा समय में बाईपास दिनोंदिन दरक रहा है। इधर, मंगलवार को रुद्रप्रयाग विस के विधायक भरत सिंह चौधरी ने बाईपास का निरीक्षण किया।

उन्होंने बताया कि बाईपास में हो रहे धंसाव से जखोली ब्लॉक के भरदार पट्टी के गांवों को जोडऩे वाला जवाड़ी-दरमोला मोटर मार्ग, इको पार्क और डिग्री कॉलेज परिसर को भी खतरा हो रहा है। बताया कि बाईपास के ठीक नीचे बह रही अलकनंदा के तेज बहाव से हो रहे भू-कटाव के चलते ऊपरी तरफ भूधंसाव हो रहा है। उन्होंने बाईपास के जल्द स्थायी ट्रीटमेंट पर जोर देते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा सहित मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजकर स्थिति से अवगत कराया है।

उन्होंने पत्र में केंद्र सरकार से जल्द से जल्द बाईपास को सुरक्षित करने के लिए अलकनंदा नदी किनारे सुरक्षात्मक कार्य कराने की बात कही है। निरीक्षण के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष भारत भूषण भट्ट, निवर्तमान जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी, सतेंद्र बत्र्वाल, कुंवर सत्यार्थी, संदीप कप्रवाण मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति