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शिमला, 03 सितंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में हाल ही में हुई मूसलाधार बारिश से चंबा, कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिलों में दूरसंचार नेटवर्क को भारी नुकसान पहुंचा था। आपदा से प्रभावित लोगों को संचार सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार युद्धस्तर पर प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के निर्देशों के बाद बिजली आपूर्ति और नेटवर्क बहाली का काम तेज किया गया। इसके परिणामस्वरूप 2 सितंबर तक क्षतिग्रस्त साइटों में से 65 प्रतिशत को चालू कर दिया गया। एक सरकारी प्रवक्ता ने बुधवार को ये जानकारी दी।
प्रवक्ता ने कहा कि नेटवर्क आउटेज रिपोर्ट के अनुसार 25 और 26 अगस्त को हुई बारिश के बाद केवल चंबा जिले में एयरटेल, जियो, बीएसएनएल और वोडाफोन-आइडिया की कुल 1761 साइटों में से 1155 साइटें बंद हो गई थीं, जिससे संचार सुविधाएं ठप पड़ गईं। संचार व्यवस्था ठप होने से आपातकालीन प्रतिक्रिया और राहत कार्यों में गंभीर चुनौतियां सामने आ रही थीं। लेकिन सरकार और कंपनियों के प्रयासों से 2 सितंबर तक सिर्फ 374 साइटें ही निष्क्रिय रह गईं।
वहीं, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार) गोकुल बुटेल ने बताया कि चंबा में नेटवर्क में 45 प्रतिशत सुधार हुआ है। भरमौर क्षेत्र में बीएसएनएल की 10 में से 5 साइटों को माइक्रो-वेव कनेक्टिविटी से जोड़ा जा चुका है और बाकी साइटों पर जल्द ही सेवाएं बहाल होंगी। यहां रिलायंस जियो की सेवाएं 6 सितंबर तक चालू होने की संभावना है, जबकि एयरटेल की 2जी सेवाएं पहले ही शुरू हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि कुल्लू जिले में 2 सितंबर तक एयरटेल की 877 साइटों में से 84.9 प्रतिशत और रिलायंस जियो की 1173 साइटों में से 65 प्रतिशत सेवाएं चालू हो गईं। वहीं, बीएसएनएल की 391 साइटों में से लगभग 20 प्रतिशत ही सक्रिय हो पाई हैं।
उन्होंने बताया कि लाहौल-स्पीति में स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर रही। यहां एयरटेल की 63 साइटों में से 96.8 प्रतिशत और जियो की 170 साइटों में से 84.1 प्रतिशत सेवाएं बहाल हो चुकी हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा