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मुंबई ,3 सितंबर ( हि. स.) ।गौरी और गणपति विसर्जन के सातवें दिन, ठाणे नगर निगम क्षेत्र में विसर्जन स्थलों पर कुल 17939 प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। इनमें से 16944 गणेश प्रतिमाएँ और 995 गौरी प्रतिमाएँ थीं। इसमें 127 सार्वजनिक निकायों की गणेश प्रतिमाएँ भी शामिल हैं। ठाणे नगर निगम द्वारा पर्यावरण-अनुकूल गणेशोत्सव की परंपरा को सफलतापूर्वक कार्यान्वित करने वाले कृत्रिम तालाबों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सात दिवसीय गणेश और गौरी प्रतिमाओं का विसर्जन किया। कुल मूर्तियों में से 10,510 पीओपी की थीं, जबकि 7,392 शादु मिट्टी की थीं।
सातवें दिन तक हुए कुल विसर्जनों में से 70 प्रतिशत मूर्तियाँ कृत्रिम तालाबों में विसर्जित की गईं, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 51 प्रतिशत थी। वहीं, सीधे नाले में विसर्जित की गई मूर्तियों का अनुपात इस वर्ष 06 प्रतिशत है, जबकि पिछले वर्ष यह 38 प्रतिशत था। वहीं, विशेष टैंक प्रणालियों (हौड्स) में विसर्जन का अनुपात इस वर्ष 20 प्रतिशत है, जबकि पिछले वर्ष यह 8 प्रतिशत था। साथ ही, मोबाइल विसर्जन प्रणाली में यह अनुपात इस वर्ष 4 प्रतिशत है, मुख्य पर्यावरण अधिकारी मनीषा प्रधान ने बताया।
माननीय उच्च न्यायालय के आदेशानुसार, छह फीट तक की मूर्तियों का विसर्जन कृत्रिम तालाबों में और उससे बड़ी मूर्तियों का विसर्जन खाड़ी के घाटों पर किया जा रहा है। कुछ श्रद्धालुओं ने छोटी मूर्तियों को भी खाड़ी में विसर्जित करने पर ज़ोर दिया। नगर निगम और पुलिस प्रशासन द्वारा उनसे कृत्रिम तालाबों में विसर्जन करने का बार-बार अनुरोध किया गया। इसी पृष्ठभूमि में, नगर निगम ने नागरिकों से अनंत चतुर्दशी पर भी छह फीट तक की मूर्तियों का कृत्रिम तालाबों में विसर्जन करने की अपील की है।
कलवा वार्ड समिति क्षेत्र के नागरिकों ने शुरुआत में खाड़ी में विसर्जन करने पर ज़ोर दिया था। हालाँकि, जब नगर निगम और पुलिस प्रशासन ने उनसे अनुरोध किया, तो यहाँ के नागरिकों ने कृत्रिम तालाब में मूर्तियों का विसर्जन करके सहयोग किया। गजानन नगर, बंदरपाड़ा में सहायक आयुक्त ललिता जाधव, कार्यकारी अभियंता मोहन कलाल और प्रशांत फिरके, नगर निगम कर्मचारी अशोक माधवी, नरेंद्र गवाटे, भगवान पाटिल के साथ वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अशोक उटेकर और पुलिस निरीक्षक पिंगुले ने इसके लिए विशेष प्रयास किए। मनीषा प्रधान ने यह भी बताया कि इसलिए कोई भी मूर्तियों को पारसिक घाट नहीं ले गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / रवीन्द्र शर्मा