श्रेष्ठ जीवन का आंकलन व्यक्ति की मृत्यु के बाद होता है : ज्ञानेन्द्र मिश्र
कानपुर, 25 सितम्बर (हि.स.)। श्रेष्ठ जीवन का आंकलन व्यक्ति की मृत्यु के बाद होता है, जो समाज और राष्ट्र के लिए काम करता है उसी को याद किया जाता है। दीनदयाल जी का जीवन परहित समाजोपयोगी, देशोपयोगी एवं प्रेरणा देने वाला था। यह बातें गुरुवार को राष्ट्रीय

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