Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
-बांसवाड़ा में 1,22,100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे
-परमाणु ऊर्जा क्षेत्र को बड़ा बढ़ावा देते हुए माही परमाणु ऊर्जा परियोजना की आधारशिला रखेंगे
-ग्रेटर नोएडा में उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार शो-2025 का उद्घाटन करेंगे
नई दिल्ली, 25 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज उत्तर प्रदेश और राजस्थान के दौरे पर रहेंगे। वो सुबह लगभग 9:30 बजे ग्रेटर नोएडा में उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार शो-2025 का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर वे उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री राजस्थान का दौरा करेंगे और 1,22,100 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। दोपहर लगभग 1:45 बजे बांसवाड़ा में जनसभा को संबोधित करेंगे। वो पीएम कुसुम लाभार्थियों से भी बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आज के कार्यक्रम को भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने विज्ञप्ति के जरिए अपने पोर्टल पर साझा किया है।
उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री
पीआईबी की विज्ञप्ति के अनुसार, मेक इन इंडिया, वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गौतम बुद्ध नगर जिले के ग्रेटर नोएडा में उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार शो-2025 (यूपीआईटीएस-2025) का उद्घाटन करेंगे। यह व्यापार मेला, परम स्रोत यहीं से शुरू होता है विषय पर 25 से 29 सितंबर तक आयोजित किया जाएगा। इसके तीन मुख्य उद्देश्य होंगे: नवाचार, एकीकरण और अंतरराष्ट्रीयकरण। एक त्रि-आयामी क्रेता रणनीति अंतरराष्ट्रीय क्रेताओं, घरेलू व्यवसाय-से-व्यवसाय (बी2बी) क्रेताओं और घरेलू व्यवसाय-से-उपभोक्ता (बी2सी) क्रेताओं को लक्षित करेगी, जिससे निर्यातकों, छोटे व्यवसायों और उपभोक्ताओं, सभी को समान अवसर प्राप्त होंगे।
यूपीआईटीएस-2025 राज्य की विविध शिल्प परंपराओं, आधुनिक उद्योगों, सशक्त एमएसएमई और उभरते उद्यमियों को एक ही मंच पर प्रदर्शित करेगा। इसमें हस्तशिल्प, वस्त्र, चमड़ा, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, आयुष आदि प्रमुख क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व होगा। इसमें उत्तर प्रदेश की समृद्ध कला, संस्कृति और व्यंजनों को भी एक ही मंच पर प्रदर्शित किया जाएगा। रूस एक भागीदार देश के रूप में भाग लेगा, जिससे द्विपक्षीय व्यापार, प्रौद्योगिकी आदान-प्रदान और दीर्घकालिक सहयोग के नए रास्ते खुलेंगे और रणनीतिक महत्व बढ़ेगा। इस व्यापार मेले में 2,400 से अधिक प्रदर्शक, 1,25,000 बी2बी आगंतुक और 4,50,000 बी2सी आगंतुक भाग लेंगे।
राजस्थान में प्रधानमंत्री
पत्र एवं सूचना कार्यालय की विज्ञप्ति के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदीूी बांसवाड़ा में केंद्र और राज्य सरकार की 1,22,100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। सभी के लिए सस्ती, विश्वसनीय और टिकाऊ बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भारत के बिजली क्षेत्र को बदलने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री अणुशक्ति विद्युत निगम लिमिटेड (अश्विनी) की माही बांसवाड़ा राजस्थान परमाणु ऊर्जा परियोजना (4X700 मेगावाट) की आधारशिला रखेंगे, जिसकी लागत लगभग 42,000 करोड़ रुपये है। यह देश के सबसे बड़े परमाणु संयंत्रों में से एक होगा जो विश्वसनीय आधार भार ऊर्जा की आपूर्ति करेगा और पर्यावरण संरक्षण और विकसित परमाणु ऊर्जा परिदृश्य में भारत की स्थिति को मजबूत करेगा। आत्मनिर्भर भारत की भावना को आगे बढ़ाते हुए, माही बांसवाड़ा राजस्थान परमाणु ऊर्जा परियोजना में एनपीसीआईएल द्वारा डिजाइन और विकसित उन्नत सुरक्षा सुविधाओं के साथ चार स्वदेशी 700 मेगावाट दबावयुक्त भारी पानी रिएक्टर शामिल हैं। यह भारत की व्यापक फ्लीट मोड पहल का हिस्सा है
देश के स्वच्छ ऊर्जा बुनियादी ढांचे को एक बड़ा बढ़ावा देते हुए प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान में लगभग 19,210 करोड़ रुपये की हरित ऊर्जा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। वे फलौदी, जैसलमेर, जालौर, सीकर आदि स्थानों पर सौर परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। वे बीकानेर में भी एक सौर परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इसके अतिरिक्त, वे आंध्र प्रदेश के रामागिरी में एक सौर पार्क की भी आधारशिला रखेंगे। ये परियोजनाएं भारत की स्वच्छ ऊर्जा क्षमता में महत्वपूर्ण योगदान देंगी, जिससे लाखों टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को रोकते हुए पर्याप्त मात्रा में हरित ऊर्जा का उत्पादन होगा।
प्रधानमंत्री मोदी केेंद्र की नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र (आरईजेड) पहल के तहत 13,180 करोड़ रुपये से अधिक की तीन विद्युत पारेषण परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। इस परियोजना का उद्देश्य 2030 तक आठ राज्यों में 181.5 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता विकसित करना है। इस नवीकरणीय ऊर्जा का लोड केंद्रों तक कुशल वितरण सुनिश्चित करने और ग्रिड स्थिरता बढ़ाने के लिए, पावरग्रिड राजस्थान आरईजेड के लिए प्रमुख पारेषण प्रणालियों को लागू कर रहा है।
इसमें राजस्थान के ब्यावर से मध्य प्रदेश के मंदसौर तक 765 केवी ट्रांसमिशन लाइनें और संबंधित सबस्टेशनों का विस्तार, राजस्थान के सिरोही से मंदसौर और मध्य प्रदेश के खंडवा तक, साथ ही सिरोही सबस्टेशन की रूपांतरण क्षमता में वृद्धि और मंदसौर व खंडवा सबस्टेशनों का विस्तार, और राजस्थान के बीकानेर से हरियाणा के सिवानी और फतेहाबाद और आगे पंजाब के पटरान तक 765 केवी और 400 केवी ट्रांसमिशन लाइन, साथ ही बीकानेर में सबस्टेशनों की स्थापना और सिवानी सबस्टेशन का विस्तार शामिल है। कुल मिलाकर, ये परियोजनाएं राजस्थान के उत्पादन केंद्रों से भारत भर के लाभार्थी राज्यों के मांग केंद्रों तक 15.5 गीगावाट हरित ऊर्जा के निर्बाध हस्तांतरण की सुविधा प्रदान करेंगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसलमेर और बीकानेर में तीन ग्रिड सबस्टेशनों (जीएसएस) की आधारशिला रखेंगे, जिनमें 220 केवी और उससे जुड़ी लाइनें शामिल हैं। वे बाड़मेर जिले के शिव में 220 केवी जीएसएस का भी उद्घाटन करेंगे। 490 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली ये परियोजनाएँ क्षेत्र में ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण योगदान देंगी।
किसानों को सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और कर्नाटक राज्यों में पीएम-कुसुम (प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान) योजना (घटक ग) के अंतर्गत 16,050 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 3517 मेगावाट की फीडर स्तरीय सौरीकरण परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। कृषि फीडरों का सौरीकरण किफायती, विश्वसनीय और टिकाऊ सिंचाई बिजली सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है, जिससे लाखों किसानों को बिजली की लागत कम करने, सिंचाई खर्च में कटौती करने और ग्रामीण ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
रामजल सेतु लिंक परियोजना को बढ़ावा देने और जल सुरक्षा के अपने दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान में 20,830 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई जल संसाधन परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। वे ईसरदा से विभिन्न फीडरों के निर्माण, अजमेर जिले में मोर सागर कृत्रिम जलाशय और चित्तौड़गढ़ से इसके फीडर के निर्माण की आधारशिला रखेंगे। अन्य कार्यों में बीसलपुर बांध में इंटेक पंप हाउस, खारी फीडर का पुनरुद्धार और विभिन्न अन्य फीडर नहर निर्माण कार्य शामिल हैं। प्रधानमंत्री ईसरदा बांध, धौलपुर लिफ्ट परियोजना, टाकली परियोजना आदि का भी उद्घाटन करेंगे।
सभी के लिए सुरक्षित और स्वच्छ पेयजल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री अटल कायाकल्प और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत) 2.0 के अंतर्गत बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, सवाई माधोपुर, चूरू, अजमेर, भीलवाड़ा जिलों में 5,880 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली प्रमुख पेयजल आपूर्ति परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। सड़क अवसंरचना को बढ़ावा देते हुए, प्रधानमंत्री भरतपुर शहर में फ्लाईओवर, बनास नदी पर एक पुल और 116 अटल प्रगति पथ परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। वे बाड़मेर, अजमेर, डूंगरपुर जिलों सहित अन्य क्षेत्रों में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों से संबंधित कई सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित भी करेंगे। 2,630 करोड़ रुपये से अधिक की ये परियोजनाएं क्षेत्रीय सड़क संपर्क में सुधार करेंगी, सुगम यातायात सुनिश्चित करेंगी और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देंगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भरतपुर में 250 बिस्तरों वाले आरबीएम अस्पताल, जयपुर में आईटी विकास और ई-गवर्नेंस केंद्र, मकराना शहर में ट्रीटमेंट प्लांट और पंपिंग स्टेशनों सहित सीवरेज प्रणाली और मंडावा और झुंझुनू जिले में सीवरेज और जलापूर्ति परियोजना का भी उद्घाटन करेंगे। रेल संपर्क को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री तीन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे: बीकानेर और दिल्ली कैंट के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, जोधपुर और दिल्ली कैंट के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन और उदयपुर सिटी-चंडीगढ़ एक्सप्रेस। ये ट्रेनें राजस्थान और अन्य उत्तरी राज्यों के बीच संपर्क को महत्वपूर्ण रूप से बेहतर करेंगी। सभी के लिए रोजगार के अपने दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए, राजस्थान के सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त 15,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। इनमें 5770 से अधिक पशुपालक, 4190 कनिष्ठ सहायक, 1800 कनिष्ठ प्रशिक्षक, 1460 कनिष्ठ अभियंता, 1200 तृतीय श्रेणी लेवल-2 शिक्षक आदि शामिल हैं।
---
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद