व्यक्ति मात्र के स्थान पर राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखना ही भारतीयता और राष्ट्रभक्ति का मूल है : डॉ प्रशांत
कोरबा, 25 सितम्बर (हि. स.)। व्यक्ति मात्र के स्थान पर राष्ट्र हित के ध्येय को सर्वोपरि रख कार्य करने वाला ही वास्तव में राष्ट्रभक्त है और यही भारत की संस्कृति और भारतीयता का मूल है। यह बातें आज गुरुवार को कमला नेहरु महाविद्यालय में एकात्म मानववाद विच
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