नालंदा में टिकाकरण को लेकर एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित
नालंदा, बिहारशरीफ 24 सितंबर (हि.स.)। जिले में बुधवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला स्तरीय नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में मीडिया की भूमिका पर एकदिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य मीडिया को नियमित टीकाकरण कार्यक्रम से
कार्यक्रम में शामिल अधिकारी


नालंदा, बिहारशरीफ 24 सितंबर (हि.स.)। जिले में बुधवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला स्तरीय नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में मीडिया की भूमिका पर एकदिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यशाला का उद्देश्य मीडिया को नियमित टीकाकरण कार्यक्रम से जुड़ी जानकारी देना जन-जागरूकता बढ़ाना और समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए मीडिया के साथ समन्वय स्थापित करना था।मुख्य अतिथि अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कुमकुम ने अपने संबोधन में कहा कि नियमित टीकाकरण बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। मीडिया इस संदेश को समाज के हर कोने तक पहुंचाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

कार्यशाला में विशेषज्ञों ने बताया कि नियमित टीकाकरण से खसरा, पोलियो, डिप्थीरिया, काली खाँसी जैसी बीमारियों को रोका जा सकता है। वहीं, मीडिया के माध्यम से इन बीमारियों और टीकाकरण से जुड़ी सच्ची जानकारी आमजन तक पहुंचाना अनिवार्य है। कार्यक्रम में उपस्थित जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि मीडिया के सहयोग से “मिशन इंद्रधनुष” जैसे कार्यक्रमों को ज़मीनी स्तर तक सफल बनाया जा सकता है। साथ ही उन्होंने बताया कि 9 से 14 वर्ष तक के बच्चियों को सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए एचपी भी का भी टीकाकरण किया जा रहा है।

एचपी भी के लिए 25 सितंबर 2025 को मेगा अभियान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कई बार अफवाहों और जानकारी की कमी के कारण अभिभावक टीकाकरण से दूर रहते हैं, जिसे मीडिया सही जानकारी देकर बदल सकता है। कार्यशाला में स्थानीय पत्रकारों ने भी अपने विचार साझा किए और स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चलाने का आश्वासन दिया। इस मौके परसभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए यूनिसेफ एस एम सी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं मीडिया और स्वास्थ्य विभाग के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करती हैं, जिससे जिले में टीकाकरण की स्थिति और बेहतर हो सकेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रमोद पांडे