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लखनऊ, 02 सितम्बर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री एवं प्रदेश की बाल विकास पुष्टाहार एवं महिला कल्याण मंत्री बेबीरानी मौर्य ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस की तथाकथित वोट अधिकार यात्रा में बिहार के दरभंगा में जिस तरह से कांग्रेस-आरजेडी के मंच से देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दिवंगत माताजी को गाली दी गई, वह घोर निंदनीय और भर्त्सनीय है। वह न केवल निंदनीय है, बल्कि हमारे लोकतंत्र को भी कलंकित करने वाला है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की राजनीति अपने निम्न स्तर पर आ पहुँची है। यह अभद्रता की सारी सीमा लांघ चुके राहुल गाँधी और तेजस्वी यादव ने बिहार की धरती से बिहार की संस्कृति का अनादर भी है।
बेबी रानी मौर्या ने प्रश्न किया कि क्या राहुल गाँधी तू-तड़ाक की भाषा का प्रयोग करके और अपने मंच से ऐसी गालियों को प्रोत्साहित करके, देश की मातृशक्ति को अपमानित करके अपना राजनैतिक स्वार्थ साधना चाहते हैं? उन्होंने कहा कि आज हर माँ का हृदय व्यथित है, द्रवित है, आक्रोशित है। राहुल गाँधी का अहंकार देखिये कि 28 अगस्त 2025 को राहुल गाँधी के मंच से देश के हर माँ को गाली दी गई लेकिन न तो राहुल गाँधी ने, न तेजस्वी यादव ने और न ही इंडी ठगबंधन के किसी भी नेता ने इसके लिए माफी माँगी। इतना ही नहीं, आयोजकों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
मौर्य ने कहा कि राहुल गाँधी और तेजस्वी यादव को इस कुकृत्य के लिए अविलंब माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी और तेजस्वी यादव सहित इंडी ठगबंधन के नेताओं को ये हजम नहीं हो रहा है कि एक गरीब माँ का बेटा देश के प्रधानमंत्री पद पर कैसे आसीन है और कैसे देश की जनता ने उन्हें अपने दिलों में बिठाया हुआ है।
उन्होंने कहा माँ जानकी की पावन धरा पर भारत की मातृशक्ति के अपमान का दुस्साहस कांग्रेस और आरजेडी ने किया है। इस कुकृत्य की जितनी भी निंदा की जाय, कम है। राहुल गाँधी और तेजस्वी यादव की तू-तड़ाक की भाषा ने राजनीतिक मर्यादा की सीमा को तार-तार करके रख दिया है। इन दोनों ने जिस तरह राजनीतिक भाषणों में भाषायी गरिमा को तिलांजलि देकर अभद्र शब्दों का प्रयोग करना शुरू किया है, इसको देख कर इनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने भी इसी तरह की अभद्र शब्दावलियों का प्रयोग करना शुरू किया है।
बेबीरानी मौर्य ने कहा कि बिहार की जनता इस तरह के कुकृत्य को कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी और लोकतांत्रिक तरीके से इसका जवाब देगी। राजनीतिक शुचिता में इस तरह के निकृष्ट बयानों की कोई जगह नहीं हो सकती। कहाँ हैं प्रियंका वाड्रा जो कहती फिरती हैं कि लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ! बिहार की धरती, जो अपनी गौरवशाली परंपरा और मातृ-शक्ति के सम्मान के लिए जानी जाती है, लेकिन इस वाकये ने देशवासियों को गहरी पीड़ा दी है। बिहार की हर माँ को ये देख-सुनकर बुरा लगा है। जितनी पीड़ा आज प्रधानमंत्री के दिल में है, उतनी ही तकलीफ बिहार और देश के लोगों को भी है।
हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन