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लखनऊ, 02 सितम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह की उपस्थिति में मंगलवार को पर्यटन निदेशालय गोमतीनगर में उ0प्र0 राज्य पुरातत्व निदेशालय एवं इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र नई दिल्ली के मध्य एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री ने बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह समझौता ज्ञापन भारतीय कलाओं, साहित्य, नृत्य, संगीत, नाटक तथा दृष्य कलाओं के अनुसंधान एवं भारत की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए समर्पित है। समझौता ज्ञापन का उद्देश्य दोनों संस्थाओं के बीच सहयोग, भूमिकाओं एवं जिम्मेदारियों का एक साझा ढांचा तैयार करना है, ताकि संयुक्त रूप से कार्य करने हेतु एक ठोस आधार स्थापित किया जा सके। उ0प्र0 राज्य पुरातत्व विभाग द्वारा 273 स्मारकों/पुरास्थलों संरक्षित है, जिसमें से सोनभद्र, मीरजापुर आदि स्थानों पर शैलचित्र भी संरक्षित है, जो प्रागैतिहासिक काल से मध्यकाल तक निर्मित हुई, इस एम0ओ0यू0 के अंतर्गत अनुसंधान, शैक्षणिक कार्यक्रमों, अनुसंधान परियोजनाओं पर विचारों का आदान-प्रदान, प्रौद्योगिकी एवं इनक्यूबेशन को बढ़ावा देना है।
जयवीर सिंह ने उम्मीद जाहिर की कि यह समझौता उत्तर प्रदेश की विरासत के संरक्षण तथा उसके संवर्धन के लिए कार्य करेगा। लोक कलाओं में गीत-संगीत एवं नृत्य तथा नाटक को बढ़ावा देगा।
कार्यक्रम में मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग, ने समझौता ज्ञापन की सफलता के लिए कामना की। उन्होंने कहा कि कला केन्द्र दिल्ली तथा संस्कृति विभाग आपसी सहयोग एवं समन्वय से कार्य करते हुए सांस्कृतिक धरोहर को भावी पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए कार्य करेंगे।
इस समझौता ज्ञापन पर उत्तर प्रदेश राज्य पुरातत्व निदेशालय की निदेशक रेनू द्विवेदी एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली के आदि दृश्य विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ0 ऋचा नेगी द्वारा समझौते पर हस्ताक्षर किए।
हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन