Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
अनूपपुर, 2 सितंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में एक हाथी सोमवार की शाम शहडोल जिले के ग्राम कठौतिया के जंगल से वन परिक्षेत्र बुढार के विभिन्न ग्रामों से लगे जंगल से निकलता हुआ लगभग 30 किलोमीटर का रास्ता तय मंगलवार की सुबह पुन: अनूपपुर जिले के औढेरा के जंगल में डेरा जमाया हैं। इस दौरान रात के समय जंगल से लगे ग्रामो, टोला में पहुंचकर ग्रामीणों के घरों,खेतों एवं बांडियों में लगे,रखें विभिन्न तरह के अनाजों को अपना आहार बनाया।
सर्फ प्रहरी एवं समाजिक कार्यकर्ता शशिधर अग्रवाल ने बताया कि एक हाथी मंगलवार को 12वे दिन अनूपपुर जिले के साथ शहडोल जिले के बुढार क्षेत्र में विचरण करता हुआ पुन: अनूपपुर वन परिक्षेत्र के किरर बीट के औढेरा ग्राम से लगे जंगल में पहुंचा है। सोमवार की सुबह वन परिक्षेत्र अहिरगवां के कठौतिया पूर्व के जंगल में दूसरे दिन ठहरने बाद रात को जंगल से निकलकर बुढार के शिलपरी गांव के ऊपर जंगल में बसे बैगा बाहुल्य दलान टोला में एक घर में तोड़फोड कर ददराटोला से सोनहा में एक ग्रामीण की बाड़ी से बदरचुई, खोह से अनूपपुर वन परिक्षेत्र के बड़हर गांव से किरर के जंगल मे डेरा जमाया है। सोमवार की शाम कठौतिया के जंगल से निकलने के बाद मंगलवार की सुबह के लगभग 30 किलोमीटर का रास्ता तय किया है।
बताया गया कि हाथी के तेज गति से जंगल के अंदर ही अंदर से चलने के कारण वनविभाग का निगरानी दल की नजर तक से ओझल हो जाता हैं,विभिन्न ग्रामों के टोला/मोहल्ला में अचानक पहुंचने पर ग्रामीणों ने हो-हल्ला कर हाथी को अपने क्षेत्र से बाहर करते हुए वनविभाग को सूचना दी। वनविभाग के द्वारा पूर्व में ही आए चार हाथियों के इसी रास्ते से लौटने के कारण ग्रामीणों को इस हाथी के उसी रास्ते से आने की संभावना को देखते हुए एक दिन पूर्व से ग्रामीणों को सूचित कर सचेत एवं सतर्क रहने की बात कही रही।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला