Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
अनूपपुर, 2 सितंबर (हि.स.)। 21वीं सदी में बच्चे अधिकांश समय मोबाइल देखने में बिता रहे हैं। बड़े बच्चे के साथ-साथ छोटे बच्चों में भी यह समस्या बढ़ रही है। अथिभावक भी अपना काम करने के लिए बच्चों को मोबाइल पकड़ा देते हैं, लेकिन यह बच्चों के स्वास्थ्य विशेषकर आंखों के लिए बड़ी समस्या के रूप में सामने आ रहीं है।
मध्य प्रदेश के जिला चिकित्सालय अनूपपुर में हर सप्ताह ऐसे 4 से 5 मरीज पहुंच रहे हैं जहां लगातार मोबाइल देखने की वजह से बच्चों के आंखों में सूजन, आंसू तथा जलन होने की शिकायत मिल रही है। इस समस्या ने अभिभावकों की चिंता बढ़ा दी है। बच्चों में मोबाइल की ऐसी लत लग गई है कि लगातार कोशिश के बावजूद बच्चे मोबाइल न मिलने पर परेशान कर रहे हैं।
चिकित्सक की सलाह आउटडोर गेमिंग के लिए बच्चों में डालें आदत
चिकित्सक ने बच्चों के लिए आउटडोर गेमिंग की सलाह दी है। खेलों की बजाय मोबाइल गेमिंग पर उनका ध्यान ज्यादा होने के कारण इसका लगातार प्रयोग करने से जहां बीमार हैं। वहीं फिजिकल एक्टिविटी ना होने से अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं। दूसरी ओर मोबाइल से उनके मन मस्तिष्क पर विपरीत असर पड़ रहा है।
मोबाइल की लत ने बढ़ाई थकान, अनिद्रा और चिड़चिड़ापन
मोबाइल की लत के कारण आंखों में आंसू ,जलन तथा सूजन की समस्या होने के साथ ही बच्चे थकान,अनिद्रा और चिड़चिड़ापन की समस्या से भी ग्रसित हो रहे हैं। लगातार मोबाइल का उपयोग करने की वजह से मानसिक तनाव भी बढ़ रहा है जिसको लेकर परिजन चिकित्सालय पहुंच रहे हैं और नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह ले रहे हैं।
20 मिनट से ज्यादा न देख मोबाइल
जिला चिकित्सालय में पदस्थ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. जनक सारीवान ने बताया कि बच्चों को 20 मिनट से ज्यादा मोबाइल का उपयोग उनकी आंखों में गलत प्रभाव डाल सकता है। इसकी वजह से उनकी आंखों से लगातार आंसू बहने और दृष्टि कम होने की समस्या आ सकती है। वयस्क व्यक्ति इस बात को समझता है कि मोबाइल कितने समय तक चलाना है और इसी की वजह से वह बीच-बीच में इसका उपयोग बंद कर देता है और अपनी आंखों को रेस्ट देता है लेकिन बच्चे यह नहीं समझ पाते हैं और लगातार उपयोग करने की वजह से सिर दर्द, चिड़चिड़ापन, आंखों से आंसू बहना और नींद न आने की समस्या का सामना उन्हें करना पड़ सकता है।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. जनक सारिवान ने बताया कि लगातार मोबाइल के उपयोग से बच्चों में नेत्र संबंधी समस्या की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। सप्ताह में तीन से चार मामले ऐसे आ ही जाते हैं। इससे वह नेत्र की समस्या से ग्रसित हो रहे हैं जिसके लिए जरूरी है कि मोबाइल का लगातार प्रयोग बच्चों को न करने दिया जाए।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला