प्रधानमंत्री मोदी की माता के अपमान पर भड़कीं भाजपा महिला नेत्री, कहा- राहुल गांधी-तेजस्वी को मांगनी चाहिए माफी
नई दिल्ली, 2 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां के खिलाफ अपमानजनक भाषा एवं अपशब्दों के प्रयोग पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दलों के नेताओं एवं भाजपा महिला नेत्रियों ने कांग्रेस–आरजेडी और इंडी गठबंधन पर जोरदार हमला बोला। साथ
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नई दिल्ली, 2 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां के खिलाफ अपमानजनक भाषा एवं अपशब्दों के प्रयोग पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दलों के नेताओं एवं भाजपा महिला नेत्रियों ने कांग्रेस–आरजेडी और इंडी गठबंधन पर जोरदार हमला बोला। साथ ही, बिहार एनडीए के घटक दलों के प्रदेश अध्यक्षों ने पटना में प्रेस कांफ्रेंस कर आगामी 04 सितंबर को बिहार बंद का आह्वान किया। यह बंद बिहार एनडीए के घटक दलों की महिला मोर्चा द्वारा आहूत है।

मंगलवार को भाजपा की महिला नेत्रियों ने देश के विभिन्न स्थानों पर मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी से माफी की मांग की है। देश की हर मां का कांग्रेस –आरजेडी द्वारा अपमान किए जाने और पांच दिन बाद भी इसके लिए कांग्रेस–आरजेडी द्वारा माफी नहीं मांगे जाने को लेकर भाजपा की महिला नेत्रियों ने मीडिया के माध्यम से देश की हर मां की ओर से विरोध दर्ज कराया।

भाजपा की वरिष्ठ नेत्री एवं केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बिहार के दरभंगा में कांग्रेस और राजद की 'मतदाता अधिकार यात्रा' में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां पर अपमानजनक और अभद्र शब्दों का प्रयोग किया गया। यह अत्यंत निंदनीय, शर्मनाक और अशोभनीय है। प्रधानमंत्री की मां के प्रति यह दुर्व्यवहार भारत की हर मां का अपमान है। आज प्रधानमंत्री के हृदय में जो पीड़ा है, वही पीड़ा बिहार और हमारे देश की जनता को भी समान रूप से महसूस हो रही है।

सीतारमण ने कहा कि सीता माता की पावन धरती पर कांग्रेस और राजद ने भारत की उस मातृशक्ति का अपमान करने का दुस्साहस किया है, जिसका सदियों से सम्मान किया जाता रहा है। इससे भी अधिक चिंताजनक बात यह है कि न तो राहुल गांधी, न ही तेजस्वी यादव और न ही इंडी गठबंधन के किसी नेता ने माफ़ी मांगी है। आयोजकों के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को इस कुकृत्य के लिए बिना शर्त माफ़ी मांगनी चाहिए। बिहार की जनता ऐसे कुकृत्यों को कभी स्वीकार नहीं करेगी और लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देगी।

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि यह भारत है। यहां माताओं की पूजा की जाती है, 'मां' शब्द हमारी भावनाओं को जगाता है, हमारे बीच आपसी मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मैं एक मां को इसमें घसीटने की निंदा करती हूं, यह शर्मनाक है। यदि किसी राजनीतिक दल की संस्कृति में माता का अपमान करना उचित समझा जाता है, तो इससे अधिक दुर्भाग्यपूर्ण एवं ओछी राजनीति का उदाहरण और कोई नहीं हो सकता।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री काल से लेकर आज तक कांग्रेस और गांधी परिवार ने नरेन्द्र मोदी के प्रति निरंतर नफरत फैलाई है। अब यह मर्यादाहीन राजनीति मां के अपमान तक पहुंच चुकी है। यह हर मां और हर बेटे का अपमान है, जिसे देश कभी माफ नहीं करेगा।

भाजपा की वरिष्ठ नेत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि बिहार माता जानकी की जन्म संस्कार के लिए चर्चित रहा है और बिहार ज्ञान का केंद्र का बिन्दु रहा है, ऐसे बिहार में राहुल गांधी-तेजस्वी यादव की मंच से प्रधानमंत्री की दिवगंत मां को अपमानित किया गया है, इससे पूरा देश अक्रोशित है। वो मां, जिसका राजनीति से कोई सरोकार नहीं था। वो मां, जिसने गरीबी में संघर्ष कर अपने परिवार को संरक्षित रखा। वो मां, आज हमारे बीच नहीं है। ऐसी मां का अपमान करना हम सबको पीड़ा पहुंचाता है। विपक्ष को बिहार की माताएं-बहन इस अपमान का मुहं तोड़ जवाब देंगी।

बिहार से राज्यसभा सांसद धर्मशीला गुप्ता ने कहा कि 28 अगस्त 2025 को राहुल गांधी के मंच से हुई इस शर्मनाक टिप्पणी पर न तो राहुल गांधी, न ही तेजस्वी यादव, और न ही इंडी गठबंधन के किसी भी नेता ने अब तक क्षमायाचना की है। यह उनकी संकीर्ण मानसिकता का द्योतक है। कांग्रेस-आरजेडी ने बिहार की सांस्कृतिक विरासत को आहत किया है।

ओडिशा से भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा कि कांग्रेस और उनके सहयोगियों को यह बात हजम नहीं हो रही है कि एक गरीब मां का बेटा मेहनत और संघर्ष के दम पर देश का प्रधानमंत्री बना और जनता ने उसे अपने दिलों में स्थान दिया है। दिवंगत पूज्य माता जी, जिन्होंने संघर्ष और तपस्या से आदर्श जीवन व्यतीत किया, उनके लिए इस प्रकार की अशोभनीय भाषा का प्रयोग भारतीय संस्कृति और परंपरा के विरुद्ध है।

नई दिल्ली से भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की भाषा ने राजनीतिक शिष्टाचार और मर्यादा की सारी सीमाएं तोड़ दी हैं। यही वजह है कि इनके भाषणों से प्रभावित होकर इनके कार्यकर्ता भी अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे हैं। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को अविलंब देश और बिहार की जनता से इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।

इसके अलावा सांसद लॉकेट चटर्जी, रीति पाठक, बिहार की पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी समेत 28 भाजपा नेत्रियों ने देशभर में विभिन्न जगहों पर मीडिया से बातचीत करते हुए सवाल पूछे कि क्या राहुल गांधी तू-तड़ाक की भाषा और गालियों के सहारे राजनीति करना चाहते हैं? क्या देश की मातृशक्ति का अपमान करके राजनीतिक लाभ अर्जित करना ही उनका लक्ष्य है? बिहार समेत देश की माताएं एवं बहनें कांग्रेस-आरजेडी समेत इंडी गठबंधन को सबक सिखाएंगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी