हिमाचल के 91 सरकारी अस्पतालों में मरीजों की पर्ची के लिए 10 रुपये शुल्क, ईसीजी व अल्ट्रासाउंड पर भी लग रहा पैसा
शिमला, 02 सितंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के कई सरकारी अस्पतालों में मरीजों से पर्ची बनाने के लिये 10 रुपये का शुल्क लिया जा रहा है। राज्य भर में ऐसे 91 अस्पताल हैं, जहां ये शुल्क लग रहा है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री धनीराम शांडिल्य ने मंगलवार
हिमाचल के 91 सरकारी अस्पतालों में मरीजों की पर्ची के लिए 10 रुपये शुल्क, ईसीजी व अल्ट्रासाउंड पर भी लग रहा पैसा


शिमला, 02 सितंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के कई सरकारी अस्पतालों में मरीजों से पर्ची बनाने के लिये 10 रुपये का शुल्क लिया जा रहा है। राज्य भर में ऐसे 91 अस्पताल हैं, जहां ये शुल्क लग रहा है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री धनीराम शांडिल्य ने मंगलवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के कुल 91 सरकारी अस्पतालों में मरीजों से पर्ची बनाने के लिए 10 रुपये का परामर्श शुल्क लिया जा रहा है। यह निर्णय संबंधित अस्पतालों की रोगी कल्याण समितियों की अनुमति के बाद लागू किया गया है।

हमीरपुर से विधायक आशीष शर्मा ने सदन में सवाल पूछा था कि क्या सरकार ने पर्ची शुल्क निर्धारण का निर्णय लिया है और यदि हां, तो किन अस्पतालों में यह शुल्क वसूला जा रहा है। इसके जवाब में मंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 91 अस्पताल ऐसे हैं, जहां मरीजों से यह शुल्क लिया जा रहा है। इसमें शिमला, चंबा, सिरमौर, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, सोलन, किन्नौर, लाहौल-स्पीति, हमीरपुर और ऊना के अस्पताल शामिल हैं। बिलासपुर एकमात्र जिला है, जहां मरीजों से पर्ची बनाने के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। शिमला के आईजीएमसी, चमियाना, रिप्पन, सिविल अस्पताल ठियोग और सिविल अस्पताल सुन्नी में 10 रुपये शुल्क लिया जा रहा है। कांगड़ा और ऊना जिलों में सबसे ज्यादा 21-21 सरकारी अस्पतालों में ये शुल्क लिया जा रहा है। इसके बाद सोलन जिला में 19 अस्पतालों में ये शुल्क लग रहा है।

चम्बा जिला में 7, किन्नौर में 6, सिरमौर जिला में 5, मंडी में 2, हमीरपुर में 2 अस्पतालों में ये शुल्क लिया जा रहा है।

सरकार की ओर से यह भी माना गया है कि कई अस्पतालों में अब कुछ चिकित्सीय परीक्षणों के लिए भी शुल्क लिया जा रहा है, जो पहले निशुल्क होते थे। खासकर ईसीजी और अल्ट्रासाउंड टेस्ट मरीजों को मुफ्त उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं। कांगड़ा जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में ये दोनों टेस्ट शुल्क लेकर किए जाते हैं। मंडी जिले के बल्द्वारा और सुंदरनगर के अस्पतालों में ईसीजी और अल्ट्रासाउंड पहले मुफ्त होते थे, लेकिन अब इन पर भी शुल्क लिया जा रहा है। इसी तरह सोलन जिले के क्षेत्रीय अस्पताल, धर्मशाला के क्षेत्रीय अस्पताल और कांगड़ा के नूरपुर व पालमपुर अस्पतालों में भी ईसीजी व अल्ट्रासाउंड टेस्ट के लिए शुल्क निर्धारित किया गया है।

इसके अलावा ऊना जिले के अंब अस्पताल और हमीरपुर जिले के बड़सर व बिझड़ी अस्पतालों में भी कुछ जांचों के लिए मरीजों से शुल्क वसूला जा रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा