रेणुका जी सरोवर में श्रावण पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने किया पवित्र स्नान
नाहन, 9 अगस्त (हि.स.)। देवभूमि हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर स्थित पवित्र तीर्थ श्री रेणुका जी सरोवर में श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन के पावन अवसर पर भक्तिमय माहौल रहा। इस दिन गुगा महाराज जी के कुरड़े, चिमटा, झंडा-खंड़ा सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पवि
सिरमौर में आस्था का महापर्व — श्री रेणुका जी सरोवर में गुगा महाराज के कुरड़े, चिमटा, झंडा-खंडा के साथ श्रद्धालुओं ने किया पवित्र स्नान


नाहन, 9 अगस्त (हि.स.)। देवभूमि हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर स्थित पवित्र तीर्थ श्री रेणुका जी सरोवर में श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन के पावन अवसर पर भक्तिमय माहौल रहा। इस दिन गुगा महाराज जी के कुरड़े, चिमटा, झंडा-खंड़ा सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया।

प्रदेश और बाहरी राज्यों से आए श्रद्धालु सुबह से ही सरोवर तट पर जुटने लगे। स्नान और पूजा-अर्चना के साथ पूरे क्षेत्र में धार्मिक भक्ति का माहौल बना रहा। मां रेणुका जी और चूड़ेश्वर महादेव महाराज चूड़धार को देवशक्ति पीठ माना जाता है, जहां श्रद्धालुओं की मान्यता है कि सच्चे मन से प्रार्थना करने पर मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

श्रीमत परम हंस महामंडलेश्वर (जूना अखाड़ा) स्वामी दयानंद भारती महाराज ने रक्षाबंधन व मां रेणुका जी के धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के बारे में बताया। गुगा महाराज जी के पुजारी तोता राम चौहान ने कहा कि श्रावण मास में गुगा महाराज की तीर्थ यात्रा के दौरान सरोवर में देव रूपी झंडा-खंड़ा और पूरी जातर का स्नान करना अत्यंत पवित्र माना जाता है।

स्वामी दयानंद भारती महाराज के अनुसार, “सालभर में कई पर्व मनाए जाते हैं, लेकिन तीर्थ पर स्नान का अपना विशेष महत्व है।” तोता राम चौहान ने भी इसे सदियों पुरानी सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बताया।

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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर