मारकंडा नदी के तेज बहाव में बहीं भैंसें, 10 लौटीं, 5 बछड़ों का सुराग नहीं
नाहन, 9 अगस्त (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में शुक्रवार को अचानक बढ़ी मारकंडा नदी के पानी ने एक पशुपालक की रोज़ी-रोटी पर संकट खड़ा कर दिया। सलानी गांव के सुंदर सिंह की 10 भैंसें और 5 छोटे बछड़े तेज बहाव में बह गए। सुंदर सिंह रोजाना की तरह द
मारकंडा नदी के तेज बहाव में बहीं भैंसें, 10 लौटीं, 5 बछड़ों का सुराग नहीं


नाहन, 9 अगस्त (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में शुक्रवार को अचानक बढ़ी मारकंडा नदी के पानी ने एक पशुपालक की रोज़ी-रोटी पर संकट खड़ा कर दिया। सलानी गांव के सुंदर सिंह की 10 भैंसें और 5 छोटे बछड़े तेज बहाव में बह गए।

सुंदर सिंह रोजाना की तरह दोपहर को अपनी भैंसों को नदी किनारे चराने ले गए थे। दोपहर तक नदी शांत थी, लेकिन शाम करीब 4 बजे ऊपरी क्षेत्रों में हुई मूसलधार बारिश का पानी अचानक नदी में उतर आया और कुछ ही मिनटों में नदी उफान पर आ गई। तेज बहाव में भैंसें पानी में फंस गईं। सुंदर सिंह ने उन्हें निकालने की पूरी कोशिश की, लेकिन तेज धार के सामने असहाय हो गए।

भैंसों की तलाश कालाअंब तक की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। देर रात करीब 10 बजे गांव में खुशी की लहर दौड़ी, जब 10 भैंसें खुद-ब-खुद सुरक्षित घर लौट आईं। सुंदर सिंह ने भावुक होकर कहा, “ऊपरवाले और मारकंडा ऋषि की कृपा से ये लौट आईं, भरोसा है बाकी भी आ जाएंगी।”

5 छोटे बछड़ों का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। उनकी तलाश के लिए पड़ोसी राज्य हरियाणा के गांवों तक सूचना भेजी गई है, ताकि किनारे लगने पर उनकी पहचान कर वापस लाया जा सके।

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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर