बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत की हो युद्ध स्तरीय तैयारियां : मुख्यमंत्री
*गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ सीएम योगी ने की बैठक, दिए जरूरी दिशानिर्देश*
*बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत की हों युद्ध स्तरीय तैयारियां : मुख्यमंत्री*  *गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ सीएम योगी ने की बैठक, दिए जरूरी दिशानिर्देश*  *जिले और शहर का हवाई सर्वेक्षण भी किया मुख्यमंत्री ने*  गोरखपुर, 9 अगस्त। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों को लेकर तैयारियों में किसी भी तरह की शिथिलता नहीं होनी चाहिए। तैयारियां युद्ध स्तरीय होनी चाहिए जनता को किसी तरह की परेशानी न होने पाए। मंदिर में बैठक करने से पूर्व मुख्यमंत्री ने जिले और शहर का हवाई सर्वेक्षण भी किया और बारिश के प्रभाव का जायजा लिया।   शनिवार शाम गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बाढ़ बचाव की तैयारियों, सड़क निर्माण व मरम्मत तथा विद्युत आपूर्ति को लेकर सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग और विद्युत विभाग के अधिकारियों को कई जरूरी दिशानिर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में बाढ़ बचाव को लेकर हुए कार्यों के चलते जनता को बड़े पैमाने पर राहत मिली है। इस साल अभी तक गोरखपुर बाढ़ की चपेट में नहीं है। पर, कुछेक क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका को देखते हुए उससे निपटने का हमारा प्रयास युद्ध स्तरीय होना चाहिए। नदियों के जलस्तर की निगरानी करते हुए तटबंधों को सुरक्षित रखने से जुड़े कार्य लगातार होने चाहिए। इसके साथ ही किसी भी व्यक्ति के प्रभावित होने की दशा में तत्परता से उसका सुरक्षित व्यवस्थापन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। बाढ़ बचाव और राहत कार्यों को लेकर पर्याप्त संख्या में नावों की व्यवस्था करने के साथ बाढ़ चौकियों, राहत केंद्रों और राहत शिविरों को क्रियाशील करने की तैयारी पूरी होनी चाहिए। बाढ़ से प्रभावित होने की दशा में हर जरूरतमंद तक पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री तत्काल पहुंचनी चाहिए।   बैठक में मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अफसरों से कहा कि बारिश से यदि कोई सड़क क्षतिग्रस्त हुई हो तो जल्द से जल्द उसकी मरम्मत कराई जाए। जहां सड़कों का निर्माण जारी है, वहां ऐसी व्यवस्था हो जिससे कार्य ज्यादा प्रभावित न हो। मुख्यमंत्री ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की स्थिति की जानकारी ली। निर्देश दिए कि शासन द्वारा तय मानक के अनुसार विद्युत आपूर्ति में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। कहीं फाल्ट की शिकायत आए तो उसे जल्द से जल्द ठीक कराया जाए।   *कहीं भी न होने पाए जल जमाव* सीएम योगी ने शहरी क्षेत्र में जलनिकासी की व्यवस्थाओं को लेकर नगर निगम के अधिकारियों से जानकारी ली और कहा कि बारिश होने पर जल भराव न हो, इसके लिए लगातार मॉनिटरिंग करते हुए कार्य किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को दो टूक हिदायत दी कि कहीं भी जल जमाव नहीं होना चाहिए। जलनिकासी से संबंधित सभी व्यवस्था मुकम्मल होनी चाहिए। जहां जल जमाव की तनिक भी आशंका हो, वहां पंपिंग सेट उपलब्ध होने चाहिए। मुख्यमंत्री ने विरासत गलियारा की प्रगति के बारे में भी पूछा और जरूरी निर्देश दिए।    *गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया मुख्यमंत्री ने* गोरखनाथ मंदिर पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिवावतार महायोगी गुरु गोरखनाथ के विग्रह का दर्शन-पूजन किया। इसके बाद वह अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के समाधि स्थल पर आए और अपनी श्रद्धा निवेदित की।   *एडीजी जैन के पुस्तक का सीएम ने किया विमोचन* गोरखपुर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार शाम गोरखनाथ मंदिर के बैठक कक्ष में एडीजी गोरखपुर जोन अशोक मुथा जैन की पुस्तक 'रिवर ऑफ थॉट-I'का विमोचन किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी एवं बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह आदि भी उपस्थित रहे।


*बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत की हों युद्ध स्तरीय तैयारियां : मुख्यमंत्री*  *गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ सीएम योगी ने की बैठक, दिए जरूरी दिशानिर्देश*  *जिले और शहर का हवाई सर्वेक्षण भी किया मुख्यमंत्री ने*  गोरखपुर, 9 अगस्त। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों को लेकर तैयारियों में किसी भी तरह की शिथिलता नहीं होनी चाहिए। तैयारियां युद्ध स्तरीय होनी चाहिए जनता को किसी तरह की परेशानी न होने पाए। मंदिर में बैठक करने से पूर्व मुख्यमंत्री ने जिले और शहर का हवाई सर्वेक्षण भी किया और बारिश के प्रभाव का जायजा लिया।   शनिवार शाम गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बाढ़ बचाव की तैयारियों, सड़क निर्माण व मरम्मत तथा विद्युत आपूर्ति को लेकर सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग और विद्युत विभाग के अधिकारियों को कई जरूरी दिशानिर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में बाढ़ बचाव को लेकर हुए कार्यों के चलते जनता को बड़े पैमाने पर राहत मिली है। इस साल अभी तक गोरखपुर बाढ़ की चपेट में नहीं है। पर, कुछेक क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका को देखते हुए उससे निपटने का हमारा प्रयास युद्ध स्तरीय होना चाहिए। नदियों के जलस्तर की निगरानी करते हुए तटबंधों को सुरक्षित रखने से जुड़े कार्य लगातार होने चाहिए। इसके साथ ही किसी भी व्यक्ति के प्रभावित होने की दशा में तत्परता से उसका सुरक्षित व्यवस्थापन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। बाढ़ बचाव और राहत कार्यों को लेकर पर्याप्त संख्या में नावों की व्यवस्था करने के साथ बाढ़ चौकियों, राहत केंद्रों और राहत शिविरों को क्रियाशील करने की तैयारी पूरी होनी चाहिए। बाढ़ से प्रभावित होने की दशा में हर जरूरतमंद तक पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री तत्काल पहुंचनी चाहिए।   बैठक में मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अफसरों से कहा कि बारिश से यदि कोई सड़क क्षतिग्रस्त हुई हो तो जल्द से जल्द उसकी मरम्मत कराई जाए। जहां सड़कों का निर्माण जारी है, वहां ऐसी व्यवस्था हो जिससे कार्य ज्यादा प्रभावित न हो। मुख्यमंत्री ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की स्थिति की जानकारी ली। निर्देश दिए कि शासन द्वारा तय मानक के अनुसार विद्युत आपूर्ति में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। कहीं फाल्ट की शिकायत आए तो उसे जल्द से जल्द ठीक कराया जाए।   *कहीं भी न होने पाए जल जमाव* सीएम योगी ने शहरी क्षेत्र में जलनिकासी की व्यवस्थाओं को लेकर नगर निगम के अधिकारियों से जानकारी ली और कहा कि बारिश होने पर जल भराव न हो, इसके लिए लगातार मॉनिटरिंग करते हुए कार्य किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को दो टूक हिदायत दी कि कहीं भी जल जमाव नहीं होना चाहिए। जलनिकासी से संबंधित सभी व्यवस्था मुकम्मल होनी चाहिए। जहां जल जमाव की तनिक भी आशंका हो, वहां पंपिंग सेट उपलब्ध होने चाहिए। मुख्यमंत्री ने विरासत गलियारा की प्रगति के बारे में भी पूछा और जरूरी निर्देश दिए।    *गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया मुख्यमंत्री ने* गोरखनाथ मंदिर पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिवावतार महायोगी गुरु गोरखनाथ के विग्रह का दर्शन-पूजन किया। इसके बाद वह अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के समाधि स्थल पर आए और अपनी श्रद्धा निवेदित की।   *एडीजी जैन के पुस्तक का सीएम ने किया विमोचन* गोरखपुर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार शाम गोरखनाथ मंदिर के बैठक कक्ष में एडीजी गोरखपुर जोन अशोक मुथा जैन की पुस्तक 'रिवर ऑफ थॉट-I'का विमोचन किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी एवं बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह आदि भी उपस्थित रहे।


*बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत की हों युद्ध स्तरीय तैयारियां : मुख्यमंत्री*  *गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ सीएम योगी ने की बैठक, दिए जरूरी दिशानिर्देश*  *जिले और शहर का हवाई सर्वेक्षण भी किया मुख्यमंत्री ने*  गोरखपुर, 9 अगस्त। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों को लेकर तैयारियों में किसी भी तरह की शिथिलता नहीं होनी चाहिए। तैयारियां युद्ध स्तरीय होनी चाहिए जनता को किसी तरह की परेशानी न होने पाए। मंदिर में बैठक करने से पूर्व मुख्यमंत्री ने जिले और शहर का हवाई सर्वेक्षण भी किया और बारिश के प्रभाव का जायजा लिया।   शनिवार शाम गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बाढ़ बचाव की तैयारियों, सड़क निर्माण व मरम्मत तथा विद्युत आपूर्ति को लेकर सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग और विद्युत विभाग के अधिकारियों को कई जरूरी दिशानिर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में बाढ़ बचाव को लेकर हुए कार्यों के चलते जनता को बड़े पैमाने पर राहत मिली है। इस साल अभी तक गोरखपुर बाढ़ की चपेट में नहीं है। पर, कुछेक क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका को देखते हुए उससे निपटने का हमारा प्रयास युद्ध स्तरीय होना चाहिए। नदियों के जलस्तर की निगरानी करते हुए तटबंधों को सुरक्षित रखने से जुड़े कार्य लगातार होने चाहिए। इसके साथ ही किसी भी व्यक्ति के प्रभावित होने की दशा में तत्परता से उसका सुरक्षित व्यवस्थापन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। बाढ़ बचाव और राहत कार्यों को लेकर पर्याप्त संख्या में नावों की व्यवस्था करने के साथ बाढ़ चौकियों, राहत केंद्रों और राहत शिविरों को क्रियाशील करने की तैयारी पूरी होनी चाहिए। बाढ़ से प्रभावित होने की दशा में हर जरूरतमंद तक पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री तत्काल पहुंचनी चाहिए।   बैठक में मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अफसरों से कहा कि बारिश से यदि कोई सड़क क्षतिग्रस्त हुई हो तो जल्द से जल्द उसकी मरम्मत कराई जाए। जहां सड़कों का निर्माण जारी है, वहां ऐसी व्यवस्था हो जिससे कार्य ज्यादा प्रभावित न हो। मुख्यमंत्री ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की स्थिति की जानकारी ली। निर्देश दिए कि शासन द्वारा तय मानक के अनुसार विद्युत आपूर्ति में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। कहीं फाल्ट की शिकायत आए तो उसे जल्द से जल्द ठीक कराया जाए।   *कहीं भी न होने पाए जल जमाव* सीएम योगी ने शहरी क्षेत्र में जलनिकासी की व्यवस्थाओं को लेकर नगर निगम के अधिकारियों से जानकारी ली और कहा कि बारिश होने पर जल भराव न हो, इसके लिए लगातार मॉनिटरिंग करते हुए कार्य किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को दो टूक हिदायत दी कि कहीं भी जल जमाव नहीं होना चाहिए। जलनिकासी से संबंधित सभी व्यवस्था मुकम्मल होनी चाहिए। जहां जल जमाव की तनिक भी आशंका हो, वहां पंपिंग सेट उपलब्ध होने चाहिए। मुख्यमंत्री ने विरासत गलियारा की प्रगति के बारे में भी पूछा और जरूरी निर्देश दिए।    *गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया मुख्यमंत्री ने* गोरखनाथ मंदिर पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिवावतार महायोगी गुरु गोरखनाथ के विग्रह का दर्शन-पूजन किया। इसके बाद वह अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के समाधि स्थल पर आए और अपनी श्रद्धा निवेदित की।   *एडीजी जैन के पुस्तक का सीएम ने किया विमोचन* गोरखपुर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार शाम गोरखनाथ मंदिर के बैठक कक्ष में एडीजी गोरखपुर जोन अशोक मुथा जैन की पुस्तक 'रिवर ऑफ थॉट-I'का विमोचन किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी एवं बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह आदि भी उपस्थित रहे।


*बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत की हों युद्ध स्तरीय तैयारियां : मुख्यमंत्री*  *गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ सीएम योगी ने की बैठक, दिए जरूरी दिशानिर्देश*  *जिले और शहर का हवाई सर्वेक्षण भी किया मुख्यमंत्री ने*  गोरखपुर, 9 अगस्त। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों को लेकर तैयारियों में किसी भी तरह की शिथिलता नहीं होनी चाहिए। तैयारियां युद्ध स्तरीय होनी चाहिए जनता को किसी तरह की परेशानी न होने पाए। मंदिर में बैठक करने से पूर्व मुख्यमंत्री ने जिले और शहर का हवाई सर्वेक्षण भी किया और बारिश के प्रभाव का जायजा लिया।   शनिवार शाम गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बाढ़ बचाव की तैयारियों, सड़क निर्माण व मरम्मत तथा विद्युत आपूर्ति को लेकर सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग और विद्युत विभाग के अधिकारियों को कई जरूरी दिशानिर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में बाढ़ बचाव को लेकर हुए कार्यों के चलते जनता को बड़े पैमाने पर राहत मिली है। इस साल अभी तक गोरखपुर बाढ़ की चपेट में नहीं है। पर, कुछेक क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका को देखते हुए उससे निपटने का हमारा प्रयास युद्ध स्तरीय होना चाहिए। नदियों के जलस्तर की निगरानी करते हुए तटबंधों को सुरक्षित रखने से जुड़े कार्य लगातार होने चाहिए। इसके साथ ही किसी भी व्यक्ति के प्रभावित होने की दशा में तत्परता से उसका सुरक्षित व्यवस्थापन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। बाढ़ बचाव और राहत कार्यों को लेकर पर्याप्त संख्या में नावों की व्यवस्था करने के साथ बाढ़ चौकियों, राहत केंद्रों और राहत शिविरों को क्रियाशील करने की तैयारी पूरी होनी चाहिए। बाढ़ से प्रभावित होने की दशा में हर जरूरतमंद तक पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री तत्काल पहुंचनी चाहिए।   बैठक में मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अफसरों से कहा कि बारिश से यदि कोई सड़क क्षतिग्रस्त हुई हो तो जल्द से जल्द उसकी मरम्मत कराई जाए। जहां सड़कों का निर्माण जारी है, वहां ऐसी व्यवस्था हो जिससे कार्य ज्यादा प्रभावित न हो। मुख्यमंत्री ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की स्थिति की जानकारी ली। निर्देश दिए कि शासन द्वारा तय मानक के अनुसार विद्युत आपूर्ति में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। कहीं फाल्ट की शिकायत आए तो उसे जल्द से जल्द ठीक कराया जाए।   *कहीं भी न होने पाए जल जमाव* सीएम योगी ने शहरी क्षेत्र में जलनिकासी की व्यवस्थाओं को लेकर नगर निगम के अधिकारियों से जानकारी ली और कहा कि बारिश होने पर जल भराव न हो, इसके लिए लगातार मॉनिटरिंग करते हुए कार्य किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को दो टूक हिदायत दी कि कहीं भी जल जमाव नहीं होना चाहिए। जलनिकासी से संबंधित सभी व्यवस्था मुकम्मल होनी चाहिए। जहां जल जमाव की तनिक भी आशंका हो, वहां पंपिंग सेट उपलब्ध होने चाहिए। मुख्यमंत्री ने विरासत गलियारा की प्रगति के बारे में भी पूछा और जरूरी निर्देश दिए।    *गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया मुख्यमंत्री ने* गोरखनाथ मंदिर पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिवावतार महायोगी गुरु गोरखनाथ के विग्रह का दर्शन-पूजन किया। इसके बाद वह अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के समाधि स्थल पर आए और अपनी श्रद्धा निवेदित की।   *एडीजी जैन के पुस्तक का सीएम ने किया विमोचन* गोरखपुर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार शाम गोरखनाथ मंदिर के बैठक कक्ष में एडीजी गोरखपुर जोन अशोक मुथा जैन की पुस्तक 'रिवर ऑफ थॉट-I'का विमोचन किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी एवं बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह आदि भी उपस्थित रहे।


*बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत की हों युद्ध स्तरीय तैयारियां : मुख्यमंत्री*  *गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ सीएम योगी ने की बैठक, दिए जरूरी दिशानिर्देश*  *जिले और शहर का हवाई सर्वेक्षण भी किया मुख्यमंत्री ने*  गोरखपुर, 9 अगस्त। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों को लेकर तैयारियों में किसी भी तरह की शिथिलता नहीं होनी चाहिए। तैयारियां युद्ध स्तरीय होनी चाहिए जनता को किसी तरह की परेशानी न होने पाए। मंदिर में बैठक करने से पूर्व मुख्यमंत्री ने जिले और शहर का हवाई सर्वेक्षण भी किया और बारिश के प्रभाव का जायजा लिया।   शनिवार शाम गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बाढ़ बचाव की तैयारियों, सड़क निर्माण व मरम्मत तथा विद्युत आपूर्ति को लेकर सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग और विद्युत विभाग के अधिकारियों को कई जरूरी दिशानिर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में बाढ़ बचाव को लेकर हुए कार्यों के चलते जनता को बड़े पैमाने पर राहत मिली है। इस साल अभी तक गोरखपुर बाढ़ की चपेट में नहीं है। पर, कुछेक क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका को देखते हुए उससे निपटने का हमारा प्रयास युद्ध स्तरीय होना चाहिए। नदियों के जलस्तर की निगरानी करते हुए तटबंधों को सुरक्षित रखने से जुड़े कार्य लगातार होने चाहिए। इसके साथ ही किसी भी व्यक्ति के प्रभावित होने की दशा में तत्परता से उसका सुरक्षित व्यवस्थापन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। बाढ़ बचाव और राहत कार्यों को लेकर पर्याप्त संख्या में नावों की व्यवस्था करने के साथ बाढ़ चौकियों, राहत केंद्रों और राहत शिविरों को क्रियाशील करने की तैयारी पूरी होनी चाहिए। बाढ़ से प्रभावित होने की दशा में हर जरूरतमंद तक पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री तत्काल पहुंचनी चाहिए।   बैठक में मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अफसरों से कहा कि बारिश से यदि कोई सड़क क्षतिग्रस्त हुई हो तो जल्द से जल्द उसकी मरम्मत कराई जाए। जहां सड़कों का निर्माण जारी है, वहां ऐसी व्यवस्था हो जिससे कार्य ज्यादा प्रभावित न हो। मुख्यमंत्री ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की स्थिति की जानकारी ली। निर्देश दिए कि शासन द्वारा तय मानक के अनुसार विद्युत आपूर्ति में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। कहीं फाल्ट की शिकायत आए तो उसे जल्द से जल्द ठीक कराया जाए।   *कहीं भी न होने पाए जल जमाव* सीएम योगी ने शहरी क्षेत्र में जलनिकासी की व्यवस्थाओं को लेकर नगर निगम के अधिकारियों से जानकारी ली और कहा कि बारिश होने पर जल भराव न हो, इसके लिए लगातार मॉनिटरिंग करते हुए कार्य किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को दो टूक हिदायत दी कि कहीं भी जल जमाव नहीं होना चाहिए। जलनिकासी से संबंधित सभी व्यवस्था मुकम्मल होनी चाहिए। जहां जल जमाव की तनिक भी आशंका हो, वहां पंपिंग सेट उपलब्ध होने चाहिए। मुख्यमंत्री ने विरासत गलियारा की प्रगति के बारे में भी पूछा और जरूरी निर्देश दिए।    *गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया मुख्यमंत्री ने* गोरखनाथ मंदिर पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिवावतार महायोगी गुरु गोरखनाथ के विग्रह का दर्शन-पूजन किया। इसके बाद वह अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के समाधि स्थल पर आए और अपनी श्रद्धा निवेदित की।   *एडीजी जैन के पुस्तक का सीएम ने किया विमोचन* गोरखपुर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार शाम गोरखनाथ मंदिर के बैठक कक्ष में एडीजी गोरखपुर जोन अशोक मुथा जैन की पुस्तक 'रिवर ऑफ थॉट-I'का विमोचन किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी एवं बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह आदि भी उपस्थित रहे।


मुख्यमंत्री ने जिले और शहर का हवाई सर्वेक्षण किया

गोरखपुर, 9 अगस्त (हि.स.)।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों को लेकर तैयारियों में किसी भी तरह की शिथिलता नहीं होनी चाहिए। तैयारियां युद्ध स्तरीय होनी चाहिए जनता को किसी तरह की परेशानी न होने पाए। मंदिर में बैठक करने से पूर्व मुख्यमंत्री ने जिले और शहर का हवाई सर्वेक्षण भी किया और बारिश के प्रभाव का जायजा लिया।

शनिवार शाम गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बाढ़ बचाव की तैयारियों, सड़क निर्माण व मरम्मत तथा विद्युत आपूर्ति को लेकर सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग और विद्युत विभाग के अधिकारियों को कई जरूरी दिशानिर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में बाढ़ बचाव को लेकर हुए कार्यों के चलते जनता को बड़े पैमाने पर राहत मिली है। इस साल अभी तक गोरखपुर बाढ़ की चपेट में नहीं है। पर, कुछेक क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका को देखते हुए उससे निपटने का हमारा प्रयास युद्ध स्तरीय होना चाहिए। नदियों के जलस्तर की निगरानी करते हुए तटबंधों को सुरक्षित रखने से जुड़े कार्य लगातार होने चाहिए। इसके साथ ही किसी भी व्यक्ति के प्रभावित होने की दशा में तत्परता से उसका सुरक्षित व्यवस्थापन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। बाढ़ बचाव और राहत कार्यों को लेकर पर्याप्त संख्या में नावों की व्यवस्था करने के साथ बाढ़ चौकियों, राहत केंद्रों और राहत शिविरों को क्रियाशील करने की तैयारी पूरी होनी चाहिए। बाढ़ से प्रभावित होने की दशा में हर जरूरतमंद तक पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री तत्काल पहुंचनी चाहिए।

बैठक में मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अफसरों से कहा कि बारिश से यदि कोई सड़क क्षतिग्रस्त हुई हो तो जल्द से जल्द उसकी मरम्मत कराई जाए। जहां सड़कों का निर्माण जारी है, वहां ऐसी व्यवस्था हो जिससे कार्य ज्यादा प्रभावित न हो। मुख्यमंत्री ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की स्थिति की जानकारी ली। निर्देश दिए कि शासन द्वारा तय मानक के अनुसार विद्युत आपूर्ति में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। कहीं फाल्ट की शिकायत आए तो उसे जल्द से जल्द ठीक कराया जाए।

कहीं भी न होने पाए जल जमाव

सीएम योगी ने शहरी क्षेत्र में जलनिकासी की व्यवस्थाओं को लेकर नगर निगम के अधिकारियों से जानकारी ली और कहा कि बारिश होने पर जल भराव न हो, इसके लिए लगातार मॉनिटरिंग करते हुए कार्य किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को दो टूक हिदायत दी कि कहीं भी जल जमाव नहीं होना चाहिए। जलनिकासी से संबंधित सभी व्यवस्था मुकम्मल होनी चाहिए। जहां जल जमाव की तनिक भी आशंका हो, वहां पंपिंग सेट उपलब्ध होने चाहिए। मुख्यमंत्री ने विरासत गलियारा की प्रगति के बारे में भी पूछा और जरूरी निर्देश दिए।

गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया

गोरखनाथ मंदिर पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिवावतार महायोगी गुरु गोरखनाथ के विग्रह का दर्शन-पूजन किया। इसके बाद वह अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के समाधि स्थल पर आए और अपनी श्रद्धा निवेदित की।

एडीजी जैन के पुस्तक का सीएम ने किया विमोचन

गोरखपुर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार शाम गोरखनाथ मंदिर के बैठक कक्ष में एडीजी गोरखपुर जोन अशोक मुथा जैन की पुस्तक 'रिवर ऑफ थॉट-I'का विमोचन किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी एवं बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह भी उपस्थित रहे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय