गाय बचाने के लिए भालू से भिड़ गया पशुपालक, डंडे पीट-पीटकर भगाया
रुद्रप्रयाग, 9 अगस्त (हि.स.)। शुक्रवार देर रात्रि को जिला मुख्यालय से लगे डांगसेरा में भालू ने गौशाला के दरवाजे को तोड़कर वहां बंधी गाय को घायल कर दिया। गाय के जोर-जोर से रंभाने पर पशुपालक गौशाला पहुंचा और भालू पर डंडे से हमला कर उसे भगाया। इस दौरा
गाय बचाने के लिए भालू से भिड़ गया पशुपालक, डंडे पीट-पीटकर भगाया


रुद्रप्रयाग, 9 अगस्त (हि.स.)। शुक्रवार देर रात्रि को जिला मुख्यालय से लगे डांगसेरा में भालू ने गौशाला के दरवाजे को तोड़कर वहां बंधी गाय को घायल कर दिया। गाय के जोर-जोर से रंभाने पर पशुपालक गौशाला पहुंचा और भालू पर डंडे से हमला कर उसे भगाया।

इस दौरान भालू ने पशुपालक पर हमला का प्रयास भी किया, लेकिन अन्य लोगों की आवाज सुनकर वह भाग खड़ा हुआ। पिछले कुछ समय से नगर क्षेत्र में जंगली जानवरों का भय बना है। बीते शुक्रवार करीब 11 बजे भालू ने डांगसेरा निवासी जय प्रकाश नौटियाल की गौशाला के दरवाजे के दरवाजे को तोड़कर अंदर बंधी गाय को नाखुन और दांतों से हमला कर बुरी तरह लहुलुहान कर दिया। गाय के रंभाने की आवाज सुनकर पशुपालक डंडा लेकर गौशाला की तरफ भागे और भालू पर कई वार किये। इस दौरान भालू ने पशुपालक पर हमला करने का प्रयास किया। इस दौरान पशुपालक के परिवार व पडोस के अन्य लोग भी मौके पर पहुंच गये, जिससे भालू भाग गया। लोगों ने बताया कि घटना के बाद भी रात्रि 2 बजे तक भालू क्षेत्र में सक्रिय रहा। दो दिन पूर्व पुनाड़ में भी भालू घर के आंगन में पहुंचा गया था।

इस संबंध में एक प्रतिनिधिमंडल ने रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के डीएफओ कल्याणी से भी भेंट की थी। नगर पालिका के सभासद अंकुर खन्ना, नरेंद्र रावत, किरन पंवार व स्थानीय निवासी शैलेंद्र गोस्वामी ने बताया कि जंगली जानवरों की बढ़ती धमक से लोगों में भय बना है।

शाम ढलते ही गुलदार आबादी क्षेत्र में पहुंच रहा है। वहीं, पिछले कुछ दिनों से भालू सक्रिय हो गया है, जिससे जानमाल का खतरा बना हुआ है। उन्होंने वन विभाग से जल्द से जल्द जंगली जानवरों पर अंकुश लगाते हुए लोगों को सुरक्षा देने की मांग की है।

हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति