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- मुख्य सचिव ने की रेस्क्यू अभियान की समीक्षा, पहुंचे कंट्रोल रूम
- आईजी एसडीआरएफ को बनाया सर्च एंड रेस्क्यू अभियान का नोडल
देहरादून, 09 अगस्त (हि.स.)। मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने शनिवार को राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचकर हर्षिल घाटी में आई आपदा के बाद लगातार युद्धस्तर पर संचालित हो रहे राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न एजेंसियों की ओर से किए जा रहे राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कहा कि वायु सेवा से रेस्क्यू अभियान काफी हद तक पूरा हो गया है। अब पूरा फोकस प्रभावित क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं को बहाल किए जाने पर है। उन्हाेंने सभी एजेंसियों को तत्परता से अपने-अपने कार्य को पूरा करने को कहा।
मुख्य सचिव ने उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों को धराली में हर हाल में विद्युत आपूर्ति को शनिवार शाम तक बहाल किए जाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद यूपीसीएल ने शनिवार शाम करीब 4ः30 बजे विद्युत आपूर्ति को बहाल कर दिया।
मुख्य सचिव ने आईजी एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी को सर्च एवं रेस्क्यू ऑपरेशन का नोडल अधिकारी बनाने के निर्देश दिए हैं। अरुण मोहन जोशी सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, वायु सेवा के साथ ही ग्राउंड जीरो पर कार्य कर रहे अन्य विभागों और एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए जल्द से जल्द रेस्क्यू अभियान को संपन्न करवाएंगे। इस दौरान मुख्य सचिव ने हर्षिल घाटी में विभिन्न स्थानों पर किए जा रहे राहत और बचाव कार्यों को सुगमता और तत्परता से संचालित करने के लिए इन स्थानों को सेक्टर में बांटने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी सेक्टर प्रभारी अपने-अपने दायित्वों को समयबद्ध रूप से संपन्न कराना सुनिश्चित करेंगे।
वहीं दूसरी ओर, मुख्य सचिव ने सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन को पौड़ी और धराली में भू-वैज्ञानिकों की एक टीम भेजने के निर्देश दिए जो इन आपदाओं के कारणों का अध्ययन करेगी।
सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास ने बताया कि मुख्य सचिव के निर्देशानुसार तीन-तीन सदस्यीय टीम भेजने के लिए निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग को पत्र भेज दिया गया है। यह टीम एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत करेगी।
इस दौरान मुख्य सचिव ने बैली ब्रिज बनाए जाने की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने जल्द से जल्द बैली ब्रिज का निर्माण किए जाने के निर्देश दिए ताकि सड़क मार्ग से कनेक्टिविटी को भी शीघ्र बहाल किया जा सके। इस अवसर पर सचिव लोक निर्माण विभाग पंकज कुमार पांडे ने बताया कि बैली ब्रिज के निर्माण का काम तेज गति से चल रहा है। बीआरओ को सभी तरह का सहयोग राज्य सरकार की एजेंसियों की ओर से प्रदान किया जा रहा है। शनिवार रात तक बैली ब्रिज बनाकर यातायात के लिए चालू कर दिया जाएगा।
मुख्य सचिव ने सभी एजेंसियों को आपसी समन्वय और तालमेल बनाकर राहत और बचाव कार्यों को संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वायु सेवा से रेस्क्यू अभियान काफी हद तक पूरा हो गया है। अब पूरा फोकस प्रभावित क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं को बहाल किए जाने पर है। यूकाडा के हेलीकॉप्टरों ने सराहनीय कार्य करते हुए बड़ी संख्या में लोगों को रेस्क्यू किया है। इसके साथ ही भारतीय सेवा के चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टर भी मानव संसाधन व उपकरणों को प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाने में बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
इस दौरान राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में सचिव गृह शैलेश बगौली, प्रमुख सचिव डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव सचिन कुर्वे, एडीजी एपी अंशुमान, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (प्रशासन) आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (क्रियान्वयन, डीआईजी) राजकुमार नेगी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद ओबैदुल्लाह अंसारी एवं यूएसडीएमए के विशेषज्ञ मौजूद रहे।----------------------
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार