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मीरजापुर, 9 अगस्त (हि.स.)। प्रभु उपहार भवन ब्रह्माकुमारी संस्थान मीरजापुर सेवा केंद्र में शनिवार को रक्षाबंधन का पावन पर्व आध्यात्मिक उल्लास, प्रेम और भाईचारे के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह सत्संग और साइलेंट मेडिटेशन से हुआ, जिसमें उपस्थित भाई-बहनों ने परमात्मा के स्नेहमय सान्निध्य का अनुभव किया।
सेवा केंद्र प्रभारी बीके बिंदु दीदी ने रक्षाबंधन के आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह पर्व केवल धागा बांधने की परंपरा नहीं है, बल्कि आत्मा और परमात्मा के अटूट, पवित्र और सुरक्षात्मक संबंध का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि सच्ची रक्षा ईश्वर द्वारा तभी होती है, जब हम पवित्रता, सत्य और सद्गुणों के मार्ग पर चलते हैं।
दीदी ने सर्वप्रथम परमात्मा को भोग अर्पित किया और तत्पश्चात लगभग 500 भाई-बहनों को प्रेमपूर्वक रक्षा सूत्र बांधा। इस अवसर पर मीरजापुर के उप जिलाधिकारी गुलाबचंद भी उपस्थित रहे। उन्होंने रक्षा सूत्र बंधवाकर कहा, “जब तक हम हैं, हम आपके भाई होने के नाते सदैव आपकी सुरक्षा करेंगे।”
दीदी ने कहा कि रक्षा बंधन का वास्तविक अर्थ है, स्वयं को विकारों, बुराइयों और नकारात्मक प्रवृत्तियों से मुक्त कर, ईश्वर से ऐसा वचन लेना कि हम सदैव सत्य, शांति, प्रेम, पवित्रता और करुणा के मार्ग पर चलें। यही आत्मिक रक्षा हमें जीवन में सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करती है।
बीके बिंदु दीदी ने सभी को तिलक लगाकर शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर बीके राजकन्या दीदी, बीके महिमा दीदी, बीके किरण दीदी, बीके नीति दीदी, बीके रूपाली दीदी एवं सेवा केंद्र के अन्य भाई-बहन मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा