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पूर्वी चंपारण,09 अगस्त (हि.स.)। बिहार में भारत-नेपाल सीमा के रक्सौल नगर में इन दिनों जल संकट लगातार गहराता जा रहा है। नगर परिषद ने इस समस्या से निपटने के लिए शहर के विभिन्न मोहल्लों में समरसेवल लगाकर पाइपलाइन के माध्यम से घर-घर पानी सप्लाई शुरू की थी।
शुरू में लोगों को उम्मीद थी कि इस व्यवस्था से राहत मिलेगी, लेकिन घटिया पाइप लगाने के कारण स्थिति उलट होता दिख रहा है।शहर के कई इलाकों में पाइपलाइन जगह-जगह फट रही है, जिससे पानी सड़कों पर बहकर बर्बाद हो रहा है। नतीजा यह कि जिनके लिए यह योजना शुरू की गई, उनके घरों तक पानी पहुंच ही नहीं पा रहा। वार्ड संख्या 10 के निवासी गजेंद्र चौरसिया ने बताया कि वार्डवासी पिछले एक महीने से अधिक समय से जल संकट झेल रहे हैं। समरसेवल लगने के बाद पानी मिलने की आस जगी थी, लेकिन पाइप की खराब गुणवत्ता ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
गजेंद्र चौरसिया के अनुसार, पाइप फटने से सड़क पर ही पानी का बहाव हो जाता है, जिससे जलापूर्ति बाधित हो रही है और लोग अब भी पानी के लिए परेशान हैं। उन्होंने नगर परिषद प्रशासन से मांग की है कि इस घटिया निर्माण कार्य की जांच कराई जाए और उच्च गुणवत्ता वाली पाइपलाइन लगाकर स्थायी समाधान सुनिश्चित किया जाए। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते पाइप की मरम्मत और बदलने का कार्य नहीं किया गया, तो जल संकट और गहरा सकता है। वहीं, जल आपूर्ति व्यवस्था में लापरवाही से नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। नागरिकों का कहना है कि जल संकट जैसी गंभीर समस्या में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती, दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
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हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार