जुब्बल का राथल मेला हमारी संस्कृति का प्रतीक : शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर
शिमला, 9 अगस्त (हि.स.)। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शनिवार जुब्बल उपमंडल के शुराचली क्षेत्र में आयोजित ऐतिहासिक और प्रसिद्ध जिला स्तरीय राथल मेले में शिरकत की। सदियों से मनाया जा रहा यह मेला स्थानीय जनता की आस्था का प्रतीक है, जिसमें क्षेत्र के चार
राथन मेले में शिक्षा मंत्री


शिमला, 9 अगस्त (हि.स.)। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शनिवार जुब्बल उपमंडल के शुराचली क्षेत्र में आयोजित ऐतिहासिक और प्रसिद्ध जिला स्तरीय राथल मेले में शिरकत की। सदियों से मनाया जा रहा यह मेला स्थानीय जनता की आस्था का प्रतीक है, जिसमें क्षेत्र के चार प्रमुख देवता—बनाड़, देशमौलिया, पवासी और गुडारू—भाग लेते हैं। इन देवताओं का संबंध क्रमशः शराचली, मांदल, ढाडी, भोलाड़ और छुपाड़ी गांवों से है। मेले में स्थानीय लोगों के साथ पड़ोसी रोहड़ू क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।

शिक्षा मंत्री ने सभी देवताओं का आशीर्वाद लिया और उपस्थित लोगों को बधाई देते हुए कहा कि मेले और त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति के प्रतीक हैं, जिन्हें संरक्षित रखना आवश्यक है ताकि हमारी महान और अनूठी देव संस्कृति अनंत काल तक जीवित रहे। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वैज्ञानिक युग में आगे बढ़ते हुए भी हमें अपनी पुरातन संस्कृति से जुड़े रहना चाहिए, जो आपसी प्रेम, सद्भाव और मेलजोल का संदेश देती है।

क्षेत्रीय विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि सावड़ा-मांदल-झगटान सड़क का मेटलिंग व टारिंग कार्य 22.48 करोड़ रुपये की लागत से जारी है, जबकि थाना-मांदल सड़क का रिटारिंग कार्य 25 लाख रुपये से हो रहा है। 4.25 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला चामसु पुल शीघ्र शुरू होगा, जिससे शुराचली और सीमावर्ती रोहड़ू क्षेत्र के लोग लाभान्वित होंगे। भोलाड़ में 1.74 करोड़ रुपये से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण जारी है और 1.54 करोड़ रुपये से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय राथल का नया भवन जनता को समर्पित किया गया है। मांदल पंचायत में 5.64 करोड़ रुपये की रोहटान-चतनोल सड़क और भोलाड़ पंचायत में 6.66 करोड़ रुपये की जारला क्यारा-भोंवा सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-4 के अंतर्गत वित्त पोषण हेतु भेजी गई हैं।

उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष से राथल मेले को जिला स्तरीय दर्जा मिला है और इस बार इसे उसी रूप में मनाया गया।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा