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मुंबई,9 अगस्त ( हि.स.) । अब ठाणे जिला सिविल अस्पताल में आने वाला हर मरीज़ सिर्फ़ एक 'केस' या 'मरीज़ नंबर' नहीं है, वह हमारे परिवार का हिस्सा है,”। आज ठाणे जिला शल्य चिकित्सक डॉ. कैलाश पवार ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि जब महिला कर्मचारियों ने मरीजों की कलाई पर राखी बाँधी, तो वह धागा सिर्फ़ एक रस्सी नहीं, बल्कि प्रेम, विश्वास और मानवता का प्रतीक था।उन्होंने कहा कि आज हम उनके स्वास्थ रक्षा के लिए सेवा करने का संकल्प लेते हैं।
आज ठाणे सिविल अस्पताल में आज रक्षाबंधन का एक अनोखा और मर्मस्पर्शी वाला समारोह हुआ। सिविल अस्पताल में महिला डॉक्टरों और नर्सों ने विभिन्न वार्डों में मरीजों को राखी बाँधी। यह पल घर और परिवार से दूर मरीजों के लिए भावनात्मक औषधि की तरह था। इन दवाओं में स्नेहरूपी धागे का बंधन भी था,जिससे हर मरीज का याकीन या भरोसा हासिल किया जाता है।
आज भी ठाणे जिला सिविल अस्पताल का माहौल न केवल दवाओं की खुशबू से, बल्कि प्रेम, स्नेह और मानवीय रिश्तों की खुशबू से भी महक रहा था। महिला कर्मचारियों ने मरीजों के चेहरों पर मुस्कान लाने के लिए चॉकलेट और मिठाइयाँ बाँटीं। कुछ मरीजों ने आशीर्वाद भी दिया।
यह पहल सिर्फ़ त्योहार मनाने तक ही सीमित नहीं थी, बल्कि स्वास्थ्य कर्मियों के बीच विश्वास के बंधन को भी दर्शाती थी। जो और भी मज़बूत हुआ। इस पहल ने एक बार फिर यह दर्शाया कि बीमारी से लड़ने में भावनात्मक सहारा दवा जितना ही ज़रूरी है। इस अवसर पर जिला शल्य चिकित्सक डॉ. कैलाश पवार, अतिरिक्त जिला शल्य चिकित्सक डॉ. धीरज महानगड़े, डॉ. अर्चना पवार, डॉ. ज्ञानेश्वर सालगर आदि उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / रवीन्द्र शर्मा