Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
इस्लामाबाद, 09 अगस्त (हि.स.)। पाकिस्तान हवाई अड्डा प्राधिकरण (पीएए) को भारत में पंजीकृत विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करने के बाद से केवल दो महीने में 4.1 अरब रुपये का नुकसान हुआ है। रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी शुक्रवार को नेशनल असेम्बली को दी। मंत्रालय ने कहा कि यह घाटा 24 अप्रैल से 30 जून के मध्य हुआ।
डान अखबार की खबर के अनुसार, भारत ने 23 अप्रैल को सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था। इस पर जवाबी कदम उठाते हुए पाकिस्तान ने 24 अप्रैल से भारत में पंजीकृत विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करने की घोषणा की थी। संघीय सरकार के इस कदम से प्रतिदिन 100 से 150 भारतीय विमान प्रभावित हुए। इस वजह से पारगमन यातायात में लगभग 20 प्रतिशत की कमी आई। 2019 में इसी तरह के प्रतिबंध लागू करने से अनुमानित 7.6 अरब रुपये के राजस्व की क्षति हुई थी।
रक्षा मंत्रालय ने नेशनल असेम्बली को बताया कि संघीय सरकार के अधिकार क्षेत्र में आने वाले ऐसे निर्णय, नोटिस टू एयरमैन (नोटम) के माध्यम से जारी किए जाते हैं। ऐसे फैसले नागरिकों और बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के साथ सैन्य योजना को अनुमति देने के लिए रणनीतिक और कूटनीतिक महत्व रखते हैं। रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि मुल्क की संप्रभुता के लिए इस तरह का आर्थिक नुकसान महत्व नहीं रखता।
इसके अलावा, नोटम ए 0510/25 के अनुसार, इस्लामाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का परिचालन अपरिहार्य कारणों से 14 अगस्त तक प्रतिदिन दो घंटे (सुबह 11 बजे से एक बजे तक) के लिए बंद रहेगा। इससे लाहौर और उत्तरी क्षेत्रों की उड़ानें प्रभावित होंगी। हवाई क्षेत्र सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक बंद रहेगा। इसका प्रभाव शनिवार को साफ दिखा। सैकड़ों यात्रियों को अपने कार्यक्रम में बदलाव करना पड़ा।
-------------
हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद