Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
मथुरा, 09 अगस्त (हि.स.)। वृंदावन केशीघाट यमुना तट पर शनिवार आचार्य पंडित नरोत्तम लाल सेवा संस्थान के तत्वावधान में 700 से अधिक ब्राह्मणों ने ब्राह्मणों के लिए अनिवार्य श्रावणी उपाकर्म पूजा तथा उसके पश्चात श्रीराधाकांत मंदिर में सप्त ऋषि पूजन माता अरुंधति पूजन तथा यज्ञोपवीत पूजन किया।
आचार्य विष्णु कांत शास्त्री की अध्यक्षता और आचार्यत्व में हुए इस पूजन महोत्सव में आचार्य श्री ने बताया कि दूर-दूर से आए ब्राह्मणों ने इस पूजा के अंतर्गत सर्वप्रथम हेमाद्रि संकल्प किया जिसमें वर्षभर किए गए जाने अनजाने समस्त पापों का विनाश करने हेतु प्रभु से प्रार्थना और संकल्प किया। उसके पश्चात 10 विध स्नान के अंतर्गत गोबर गोमूत्र ,पंचगव्य, स्वर्ण ,धान्य ,कुश आदि से स्नान किया गया विशेष रूप से अपामार्ग नाम की औषधि के द्वारा स्नान करके समस्त अरिष्टों के विनाश की कामना की गई।
पावन सानिध्य प्रदान करते हुए जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी अनिरुद्ध आचार्य महाराज तथा ब्रज तीर्थ देवालय न्यास के महामंत्री आर के पांडे ने कहा कि श्रावणी उपाकर्म पूजा करना विप्र के लिए अनिवार्य है। रक्षाबंधन का त्यौहार वस्तुतः पुरोहित और ब्राह्मणों के द्वारा अपने यजमान तथा शिष्यों के रक्षा सूत्र बांधने का त्यौहार है, जिसे कालांतर में बहन भाई के त्यौहार के रूप में मनाया जाने लगा इसीलिए सभी को अपने पुरोहित या किसी श्रेष्ठ ब्राह्मण से रक्षा सूत्र अवश्य ही बंधवाना चाहिए। संयोजक आचार्य मृदुल कांत शास्त्री कथा भागवत आचार्य श्याम सुंदर गोस्वामी एवं विनय त्रिपाठी ने बताया कि पूजा में मध्य प्रदेश दिल्ली पंजाब हरियाणा राजस्थान तथा उत्तर प्रदेश के विभिन्न अंचलों से पधारे लोगों ने बड़ी संख्या में सहभागिता की। भागवत आचार्य नंदकुमार आचार्य तथा पंडित मनीष शुक्ला ने कहा कि ब्राह्मण कुल में जन्म लेने के बाद भी जाने अनजाने किए गए पापों के कारण ब्राह्मणत्व नष्ट हो जाता है उसे ब्राह्मणत्व की रक्षा के लिए तथा ब्रह्म प्राप्ति के लिए श्रावणी उपाकर्म पूजा अत्यंत महत्वपूर्ण है। बागेश्वर धाम से पधारे हुए आचार्य रोहित रिछारिया भागवत आचार्य सुरेश चंद्र शास्त्री, मुकेश मोहन शास्त्री तथा विपिन बापू ने ब्राह्मणों की महिमा का गुणगान करते हुए कहा कि इस वर्ष घंटों से जारी भारी बारिश के बाद भी इतनी बड़ी संख्या में विप्र एकत्र हुए और पूरे मनोयोग से यमुना पूजन तीर्थ पूजन ऋषि पूजन आदि कर्म किए यह शुभ संकेत है कि ब्राह्मण श्रावणी उपक्रम पूजा के प्रति जागरूक हो रहा है।
इस अवसर पर दिल्ली से पधारे आचार्य संजीव अग्निहोत्री चेतन शर्मा शशांक बाजपेई रामचंद्र दास, बटन शास्त्री नागेश मिश्रा रवि शंकर मिश्रा नीरज गौड़, मोहन सोनी, शरद मटोलिया, नरोत्तम चौबे बंटू गौतम विष्णु गौतम अरुण शुक्ला, चिन्मय मिश्र, जितेश हयारन आदि भक्तों ने बड़ी संख्या में सहभागिता की।
हिन्दुस्थान समाचार / महेश कुमार