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-राहुल गांधी के वोट चोरी वाले बयान पर गरमाई मध्य प्रदेश की राजनीति, सिंधिया ने किया पलटवार भोपाल, 09 अगस्त (हि.स.)। मध्य प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव में वोट चोरी और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस पार्टी का स्वयं का वोट बैंक दिवालिया हो चुका है, वही अब दूसरों पर वोट चोरी का आरोप लगा रही है।
भोपाल प्रवास पर आए केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने शनिवार को मीडिया से बातचीत से बातचीत में कहा कि जिन लोगों ने भारत को मृत रूप में देखा है, चाहे वह भारत की अर्थव्यवस्था हो, न्यायपालिका हो, सेना का सम्मान हो या फिर चुनाव आयोग की निष्पक्षता, वे बार-बार इन संस्थाओं को अपमानित करते आए हैं। चुनाव आयोग एक स्वायत्त संवैधानिक संस्था है, जो पारदर्शिता और निष्पक्षता के आधार पर कार्य करती है। यह संस्था हर राज्य और देशभर में फेयर और फ्री इलेक्शन सुनिश्चित करती है।
सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस का रवैया हमेशा से ही संस्थाओं के प्रति अविश्वास का रहा है। अगर सेना कोई वीरता का कार्य करती है तो वे सबूत मांगते हैं। न्यायपालिका पर आरोप लगाते हैं, प्रधानमंत्री को नीचा दिखाने का प्रयास करते हैं। अब चुनाव आयोग को भी बदनाम करने में लगे हैं। यह जनता सब देख रही है और उचित समय पर जवाब देगी।
राहुल गांधी की बयानबाजी से उनकी 'अर्बन नक्सलाइट' की मानसिकता उजागरः मोहन यादव
वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठाए गए सवालों पर कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी द्वारा सुप्रीम कोर्ट, सेना के पराक्रम और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सार्वजनिक रूप से बयानबाजी करना, उनकी ‘अर्बन नक्सलाइट’ मानसिकता को उजागर करता है। उनके अशोभनीय बयानों से देश में नेता प्रतिपक्ष की गरिमा धूमिल हो रही है, उन्हें तुरंत इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो जारी कर कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाने वाले बयान पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की इस सार्वजनिक बयानबाजी से उनकी ‘अर्बन नक्सलाइट’ मानसिकता उजागर हो रही है। यह ठीक नहीं है और उन्हें इस मामले में तत्काल माफी मांगनी चाहिए। डॉ. यादव ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग भारत की सबसे निष्पक्ष और स्वतंत्र संस्था है, जिसने लोकतंत्र की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ऐसे में इस पर सवाल उठाना देश की संवैधानिक संस्थाओं का अपमान है और इससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर भी प्रभाव पड़ता है।
दरअसल, राहुल गांधी ने शुक्रवार को बेंगलुरु में एक रैली में वोट चोरी होने का आरोप लगाते हुए कहा था कि देश की संस्थाओं को खत्म किया जा रहा है। चुनाव आयोग मुझसे एफिडेविट मांगता है। मैंने संसद के भीतर संविधान पर हाथ रखकर शपथ ली है। आज जब हिंदुस्तान की जनता हमारे डेटा को लेकर आयोग से सवाल पूछ रहा है तो आयोग ने अपनी वेबसाइट बंद कर दी। हमारी मांग है कि आयोग हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट दे। कल मैंने साबित किया है कि देश में वोटों की चोरी हुई है।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया और मुख्यमंत्री मोहन यादव की प्रतिक्रिया पर मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा फर्जी वोटिंग को लेकर किए गए सनसनीखेज खुलासे के बाद भाजपा और उसके नेताओं की बौखलाहट अब उनके बयानों में साफ झलक रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने स्पष्ट रूप से बताया कि किस तरह चुनावी प्रक्रिया में सुनियोजित तरीके से धांधली कर लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने अलोकतांत्रिक और पक्षपातपूर्ण रवैये का गंभीर आरोप लगाया है। यह सिर्फ कांग्रेस या विपक्ष का मुद्दा नहीं है बल्कि देश के हर उस नागरिक का मुद्दा है, जो अपने वोट की ताकत और लोकतांत्रिक अधिकारों में विश्वास रखता है।
पटवारी ने कहा कि कर्नाटक की महादेवपुरा विधानसभा सीट पर एक लाख से अधिक फर्जी मतदाता जोड़े गए। हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूरे प्रदेश में कांग्रेस से केवल 22,000 वोट अधिक मिले, महाराष्ट्र में केवल पांच महीनों के भीतर एक करोड़ से अधिक मतदाता बढ़ा दिए गए। मध्य प्रदेश में पोस्टल बैलेट में हार के बावजूद ईवीएम से भाजपा की जीत दर्ज हुई। इन खुलासों से यह साफ होता है कि संवैधानिक और चुनावी संस्थाओं में बीजेपी का गहरा हस्तक्षेप है। _____________
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर