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हरिद्वार, 9 अगस्त (हि.स.)। विगत पांच दशक से अवैध कब्जेधारियों के चंगुल में फंसी वन भूमि को शनिवार को कब्जा मुक्त कराया गया। घंटों चली कार्रवाई के बाद राजस्व विभाग की टीम ने भूमि अपने कब्जे में लेकर उसका सीमांकन भी किया।
हरिद्वार वनप्रभाग के अंतर्गत प्रकृति की धरोहर झिलमिल झील संरक्षण रिजर्व क्षेत्र में शनिवार को बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। अभियान में शामिल सैकड़ों वनकर्मियों ने 15 हेक्टेयर भूमि को कब्जामुक्त कराया। झिलमिल झील संरक्षण रिजर्व की भूमि पर विगत पांच दशक से समीपवर्ती गांव के लोगों का कब्जा था और यह अवैध कब्जाधारी उक्त भूमि पर कृषि कार्य कर रहे थे।
अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई के बाद संदर्भित भूमि को झिलमिल झील संरक्षण रिजर्व में शामिल कर वन विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया। डीएफओ वैभव सिंह के अनुसार वन विभाग व राजस्व विभाग की टीम ने पुलिस की मदद से वर्षा के बावजूद अभियान को जारी रखा।
एसडीओ पूनम कैंथोला और रुड़की क्षेत्र के एसडीओ सुनील बलूनी के नेतृत्व में अवैध कब्जा मुक्त अभियान संपन्न हुआ। भूमि को कब्जे में लेने के बाद पुलिस व राजस्व विभाग के सहयोग से भूमि का सीमांकन कार्य भी पूरा कर लिया गया। प्रशासन ने कब्जाधारियों को चेतावनी दी है की दोबारा कब्जे का प्रयास किया तो आपराधिक कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला