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कानपुर, 09 अगस्त (हि. स.)। उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अधीन कृषि विशेषज्ञ डॉ आर एल आर्या ने शनिवार को बताया कि मोटा अनाज जैसे ज्वार, बाजरा, रागी, कोदों, संवा आदि में पाए जाने वाले पोषक तत्व से शरीर को ऊर्जा मिलने में काफ़ी सहायक होता है। इनमें विटामिन, खनिज, फाइबर, और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
कृषि विशेषज्ञ डॉ आर एल आर्या ने बताया कि मोटे अनाजों में पाए जाने वाले मुख्य पोषक तत्व विटामिन,खनिज,फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट का एक विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि विटामिन में जैसे नियासिन, विटामिन बी सिक्स, फोलेट, विटामिन ई पाया जाता है। खनिज में पोटेशियम, मैग्नीशियम, जस्ता, आयरन, फास्फोरस मिलता है। फाइबर से उच्च मात्रा में फाइबर, जो पाचन स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों से लड़ने वाले एंटीऑक्सीडेंट का भी शरीर में भी अब तक का बड़ा योगदान रहा है।
कृषि विशेषज्ञ डॉ आर एल आर्या ने मिलेट्स का महत्व बताते हुए कहा कि छात्र-छात्राओं को जागरुक किए जाने का आहवान किया जाये। साथ ही उन्होंने कहा कि एमडीएम में भी मिलेट्स को भी बढ़ावा दिया जा सकता है। उन्होंने मिलेट्स को बढ़ावा देने की सरकार की प्राथमिकता का उल्लेख किया। उन्होंने मिलेट्स की आवश्यकता समझाई।
मोटे अनाज के सेवन से आमजन को होगा फायदा
कृषि वैज्ञानिक डॉ आर एल आर्या ने बताया कि मोटा अनाज के इस्तेमाल से हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर जैसे रोगों के जोखिम को कम करने के साथ वजन कम करने में मदद करता है। पाचन स्वास्थ्य में सुधार के साथ शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में भी सहायता करता है।हड्डियों को मजबूत करता है। मोटा अनाज से त्वचा और बालों के स्वास्थ्य में सुधार होता है।
डॉ. आर्या ने बताया कि मोटे अनाज स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं और इन्हें अपने आहार में शामिल करना चाहिए।यह न केवल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, बल्कि कई बीमारियों के जोखिम को कम करने में भी मदद करते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद